Paresthesia Treatment: बॉडी के लिए विटामिन और खनिज तत्व बेहद महत्वपूर्ण हैं. यह बॉडी के विकास में सहायक हैं. यह इम्यून सिस्टम को मजबूत कर बाहरी आक्रमणकारियों से लड़कर हमेें बीमारियों से बचाते हैं. हड्डियों को मजबूत बनाने से लेकर हार्माेन को नियंत्रित करने तक में विटामिन काम करते हैं. लेकिन विटामिन की कमी होने पर शरीर में तमाम तरह की बीमारियां हो जाती हैं. बॉडी के लिए ऐसा ही जरूरी विटामिन है, नाम है विटामिन बी 12. इसकी कमी से कई गंभीर बीमारियां पनपने लगती हैं. डॉक्टरों का कहना है कि बॉडी में विटामिन बी 12 के इंडीकेशन केा जल्दी पहचानने की जरूरत है. 


कमी से हो जाता है पेरेस्टेसिया
डॉक्टरों का कहना है कि वटामिन बी 12 की कमी में सबसे अधिक संभावना पेरेस्टेसिया के होने की होती है. समय पर इलाज न मिलने पर यह बीमारी गंभीर हो जाती है. इसमें हाथ, पैरों में जलन हो सकती है. जलन को बॉडी के अन्य हिस्सों में भी महसूस किया जा सकता है. पेरेस्टेसिया वाले लोग अक्सर जलन, चुभन, खुजली, झनझनाहट महसूस करते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि पेरेस्टेसिया तंत्रिका तंत्र पर दबाव डालता है. क्रोनिक पेरेस्टेसिया होने होने पर यह तंत्रिका को नुकसान तक पहुंचा सकता है. नर्वस सिस्टम डेमेज होने पर अधिक दिक्कत हो सकती है. डॉक्टरों का कहना है कि इसके लक्षणों को हलके में नहीं लेना चाहिए. 


ये Symptoms भी दिख सकते हैं
बॉडी के सबसे आवश्यक पोषक तत्वों में से एक विटामिन बी 12 है. यह रेड ब्लड सेल्स, डीएनए का निर्माण, मस्तिष्क और तंत्रिका कोशिकाओं के विकास, स्वस्थ्य तंत्रिका तंत्र बनाने में मदद करता है. इसकी कमी से कई लक्षण पैदा हो सकते हैं. इनमें थकान, चिड़चिड़ापन, त्वचा का पीलापन, ग्लोसिटिस (जीभ में दर्द), मुंह के छाले, चलने के तरीके में बदलाव, दृष्टि समस्याएं, डिप्रेशन आदि शामिल हैं. 


इलाज न मिलने पर बिगड़ जाती है हालत
डॉक्टरों का कहना है कि विटामिन बी 12 के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत इसका इलाज शुरू करा देना चाहिए. यदि समय पर इलाज नहीं कराया जाता है तो कुछ दिक्कतें जीवन भर नहीं जातीं. इससे बॉडी को परमानेंट लॉस होने लग सकता है. डॉक्टरों से सलाह लेकर इसका इलाज शुरू करा देना चाहिए. विशेषज्ञों का कहना है कि विटामिन बी12 दूध, अंडे, दही, वसायुक्त मछली, रेड मीट, फोर्टिफाइड अनाज जैसे खाद्य पदार्थ से भी ले सकते हैं. विटामिन बी 12 के लिए कई दवाएं भी बाजार में मौजूद हैं. डॉक्टर की सलाह पर उनका सेवन भी किया जा सकता है.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि और तरीकों को केवल सुझाव के रूप में लें. किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.