नई दिल्लीः अगर आप कोल्ड और फ्लू से परेशान हो गए हैं तो टेंशन ना लें बल्कि धूप में बैठें. जी हां, हालिया रिसर्च बताती है कि विटामिन डी कोल्ड और फ्लू से बचा सकती है.इतना ही नहीं, किसी भी तरह की रेस्पिरेटरी इंफेक्शन से बचने के लिए विटामिन डी सप्लीमेंट बेस्‍ट हैं.


क्या कहती है रिसर्च-
14 देशों में 25 क्लीनिकल ट्रायल्स लिए गए. जिसमें देखा गया कि विटामिन डी और फ्लू प्रीवेंशन का आपसी क्या लिंक है. बीएमजे मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुई इस रिसर्च में पाया गया कि विटामिन डी के लोगों पर स्ट्रांग इफेक्ट देखने को मिले हैं. यहां तक कि विटामिन डी से भरपूर फूड खाने के भी फायदे हैं. इतना ही नहीं, जब बॉडी यूवीरेज के कॉन्टेक्ट में आती है तब भी शरीर को फायदा होता है.
शोधकर्ताओं ने इस पर लंबे समय तक स्टडी की और कॉन्ट्राडिक्टरी नतीजे सामने आए.

रिसर्च के नतीजे-
कई जगहों पर पाया गया कि विटामिन का लो लेवल होने से बोन फ्रैक्चर की आशंका बढ़ जाती है. हार्ट, डिजीज, कोलोरेक्टल कैंसर, डायबिटीज, डिप्रेशन, अल्जाइमर होने का खतरा बढ़ जाता है. यहां तक कि विटामिन डी की कमी से समय से पहले मौत का खतरा भी देखा गया. जबकि दूसरी जगह ये भी पाया गया कि विटामिन डी का इन बीमारियों से कोई ताल्लुक नहीं है.

किसने की रिसर्च-
लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा की गई इस रिसर्च में तकरीबन 11,000 लोगों को शामिल किया गया. ये अब तक का सबसे बढ़ा सर्वे माना जा रहा है. स्टडी में ये क्लू भी लिया गया कि आखिर विटामिन डी सप्लीमेंट कई जगह बहुत इफेक्टिव होता है जबकि कई जगहों पर बिल्कुल नहीं. ऐसा क्यों?

कुछ अन्‍य बातें-

  • रिसर्च के मुताबिक, विटामिन डी सप्लीमेंट्स वहां ज्यादा स्ट्रांगली इफेक्ट करता है जहां विटामिन डी का लेवल बहुत कम हो.

  • रिसर्च में ऑटिज्म और विटामिन डी का कनेक्शन भी देखा गया. विटामिन डी ना सिर्फ रेस्पिरेटरी इंफेक्शंस यहां तक की ब्रॉन्काइटिस एलर्जी और निमोनिया में भी प्रभावशाली है.

  • ऐसा देखा गया है कि सर्दियों और स्प्रिंग सीजन में कोल्ड एंड फ्लू बहुत कॉमन होता है और विटामिन डी का लेवल बहुत कम हो जाता है.

  • रिसर्च में ये भी एक्सप्लेन किया गया कि विटामिन डी अस्थमा अटैक से भी प्रोटेक्ट करता है. हालांकि कई जगहों पर इस बात के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं.