Types Of Vitamin D: लंबे समय तक स्वस्थ रहने के लिए शरीर को विटामिन, मिनिरल और प्रोटीन की बहुत जरूरत होती है. विटामिन डी (Vitamin D) हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाने का काम करता है. शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर इम्यून सिस्टम पर असर पड़ता है. आपको एनर्जी में कमी, दिनभर थकान (Weakness), डिप्रेशन (Depression) और हड्डियों में दर्द की शिकायत रहेगी. विटामिन डी का सबसे प्राकृतिक स्रोत धूप है. सुबह 11 बजे तक की धूप से शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल जाती है. इसके अलावा आप आहार या सप्लीमेंट्स से भी विटामिन डी की कमी को पूरा कर सकते हैं.
आपको बता दें विटामिन डी दो प्रकार के होते हैं. जिसमें विटामिन डी2 (Vitamin D2) और विटामिन डी3 (Vitamin D3) शामिल हैं. ये दोनों ही हमारे शरीर के लिए जरुरी हैं. विटामिन डी वसा में घुलनशील होता है. विटामिन डी 2 विटामिन डी2 (अर्गोंकैल्सिफेरॉल) और विटामिन डी3 (कॉलेकैल्सिफेरॉल) से मिलकर बनता है. विटामिन डी2 और डी3 कई मायनों में एक दूसरे से अलग हैं. दोनों के स्रोत भी एक दूसरे से अलग हैं.
विटामिन डी2 के स्रोत- शरीर को विटामिन डी2 पौधों से मिलता है. विटामिन डी2 के लिए आप खाने में मशरूम, ओट्स, बादाम, सोया मिल्क, संतरे का जूस, अनाज शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा धूप में उगने वाले खाद्य पदार्थों से भी शरीर को भरपूर विटामिन डी2 मिलता है.
विटामिन डी3 के स्रोत- विटामिन डी3 आपको पशुओं से मिलता है इसके लिए आप आहार में अंडा, मछली, फिश ऑयल, दूध, दही, मक्खन और दूसरे डायटरी सप्लीमेंट्स लेते हैं तो इनसे विटामिन डी3 की कमी को पूरा किया जा सकता है.
विटामिन डी (Vitamin D) का प्रमुख स्रोत- विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की किरणें हैं, जिसमें अल्ट्रावायलट बी (यूवीबी) होता है. सूर्य की किरणें स्किन में 7-डिहाइड्रोकोलेस्टेरॉल यौगिक के साथ मिलकर विटामिन डी3 बनाने का काम करती हैं. यही प्रक्रिया धूप में उगने वाले पौधों में होती है. सूरज से निकलने वाली अल्ट्रावायलट किरणें पौधों में पाए जाने वाले तेल के यौगिक के साथ विटामिन डी2 बनाते हैं.
विटामिन डी के फायदे
1- विटामिन डी से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है.
2- विटामिन डी से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है.
3- शरीर में विटामिन की सही मात्रा होने पर हड्डियां और दांत स्वस्थ और मजबूत बनते हैं.
4- विटामिन डी से शरीर में इंसुलिन (insulin) और शुगर की मात्रा ठीक रहती है.
5- विटामिन डी से फेफड़ों की कार्यक्षमता और हृदय स्वस्थ रहता है.
6- विटामिन डी से शरीर में कैंसर होने का खतरा भी कम हो जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.