Wake up During Night Sleep: सोते समय रात में बार-बार नींद टूटने से ना तो दिमाग शांत हो पाता है और ना ही शरीर की थकान मिट पाती है. साथ में मन उदास (Low Mood) हो जाता है सो अलग. क्योंकि बार-बार टूटने वाली नींद ब्रेन और बॉडी को रिकवर नहीं होने देती इसलिए मूड ठीक नहीं रहता है. ऐसे में कई तरह की समस्याओं का सामना आपको अगले दिन करना पड़ता है.
जैसे काम में मन ना लगना (Unable To Focus), काम समय से पूरा ना हो पाना, बिना कारण गुस्सा आना (Feeling Angry), किसी से बात करने की इच्छा ना होना इत्यादि. कुल मिलाकर इससे आपकी प्रोडक्टिविटी (Low Productivity) और सोशल लाइफ (Social Life) दोनों पर बुरा असर पड़ता है. तो आइए इस समस्या के कारणों और समाधान के बारे में जानते हैं...
1. सबसे पहली समस्या है आपका तनाव
जब आप बहुत अधिक तनाव में होते हैं तो सबसे पहले आपको नींद आती ही नहीं है और अगर आ जाती है तो बीच-बीच में टूटती रहती है. ऐसा तनाव आपको ऑफिस के चलते भी हो सकता है और किसी व्यक्तिगत समस्या के कारण भी. इसलिए बिस्तर पर जाने से पहले आप खुद को रिलैक्स जरूर करें. इसके लिए कोई ऐसी पुस्तक बढ़ें, जो मानसिक शांति देने वाली हो जैसे, श्रीमद्भग्वत गीता या फिर समस्याओं को हल करने के रास्ते बताने वाली कोई अन्य पुस्तक. अगर पढ़ने की इच्छा नहीं है तो आप अपनी समस्याओं को एक डायरी में लिखें, इससे आपके अंदर का गुब्बार बाहर आएगा और साथ ही समस्या को हल करने की ट्रिक्स भी सूझने लगेंगी.
2. आपका कमरा और तापमान
रात को अच्छी नींद के लिए कमरे का आदर्श तापमान 18 से 21 डिर्गी सेल्सियस के बीच माना जाता है. तो सोने से पहले अपने कमरे के एसी, कूलर या फैन का ध्यान रखें. इस बात पर भी ध्यान दें कि आपकी ओढ़ने और बिछाने वाली चादर कॉटन की होनी चाहिए. क्योंकि ये त्वचा को रिलैक्स करने और मन को शांत करने में मदद करती हैं.
3. कमरे में रोशनी और वेंटिलेशन
जब आप सोने जाएं तो आपके कमरे में एकदम अंधेरा या बहुत अधिक रोशनी नहीं होनी चाहिए. इसके साथ ही वेंटिलेशन के लिए कुछ जगह जरूर होनी चाहिए. खासतौर पर जब आप कूलर की तेज हवा में सो रहे हों. सीलिंग फैन और एसी चलाने की स्थिति में भी करने में थोड़ा वेंटिलेशन जरूर होना चाहिए.
4. आपका बेड
आप जिस बिस्तर पर सोते हैं, उसके गद्दे बहुत अधिक सख्त या बहुत अधिक मुलायम नहीं होने चाहिए. क्योंकि सख्त गद्दे आपकी कमर के निचले हिस्से में समस्या का कारण बन सकते हैं और बहुत अधिक सॉफ्ट गद्दे होने पर पोश्चर खराब होने से मसल्स पेन या टिंगलिंग की समस्या हो सकती है. इसलिए अपने बेड के लिए गद्दे खरीदते समय इन दोनों बातों का ध्यान जरूर रखें. साथ ही हर 10 साल में अपने बेड के गद्दे जरूर बदल लें.
5. सोने से पहले एल्कोहॉल लेना
कुछ लोगों को रात को बेड पर जाने से पहले एक या दो पैग लेने की आदत होती है. हालांकि ऐसा करने से नींद बहुत जल्दी आती है लेकिन उतनी ही हल्की भी आती है और रात के समय होने वाली हर छोटी आवाज पर आपकी नींद टूट जाती है. यह एल्कोहॉल का असर है.
6. रात को यूरिन आना
कुछ लोगों को गहरी नींद में उठकर यूरिन (Urine) के लिए जाना पड़ता है, इससे उनकी नींद टूट जाती है (Wake up in Sleep) और फिर दोबारा नींद आने में समय लगता है. यदि आपके साथ भी ऐसा है तो जान लीजिए कि ऐसा तीन कारणों से होता है. पहला कारण है डायबिटीज (Diabetes), दूसरा कारण है सोने से पहले एल्कोहॉल (Alcohol) लेना और तीसरा मुख्य कारण है तनाव (Stress). इसके अलावा सोने से पहल बहुत सारा पानी पीने के कारण भी रात को यूरिन (Pee At Night) की समस्या हो सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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