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Health Tips: सिर्फ बड़े नहीं बच्चों की हेल्थ के लिए हाइड्रेटेड रहना है जरूरी, ऐसे करें बच्चों का वॉटर इनटेक पूरा
Child Health Tips: आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि बच्चों में पानी पीने की आदत कैसे डाली जा सकती है और उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी कैसे पिलाया जा सकता है.
Child Health Tips: मौसम चाहे जो भी हो पानी सबसे ज्यादा जरूरी चीज है क्योंकि जहां हमने का पानी पीना कम किया बॉडी डिहाइड्रेट होती है और कई तरह की बीमारियों की शिकार हो जाती है. ऐसे में बड़ों को तो यह बात फिर भी समझाई जा सकती है लेकिन बच्चों का क्या. बच्चे ज्यादा पानी नहीं पीते ऐसे में उन्हें कई बार भी डिहाइड्रेशन हो जाता है बच्चों को यह समझा पाना कि उन्हें प्यास कब लगती है या पानी पीना क्यों जरूरी है किसी चैलेंज से कम नहीं है. लेकिन यह जरूरी भी है क्योंकि पानी बच्चों की इम्युनिटी को बूस्ट करने के साथ-साथ उन्हें ठंड और फ्लू से बचाता है. तो आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि बच्चों में पानी पीने की आदत कैसे डाली जा सकती है और उन्हें ज्यादा से ज्यादा पानी कैसे पिलाया जा सकता है.
बच्चों को बताएं क्या हैं प्यास लगने के लक्षण
सर्दी के मौसम में पेरेंट्स के लिए यह पहचान पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है कि बच्चा डिहाइड्रेट हो रहा है. ऐसे में बच्चों पर नजर आने वाले भी हाइड्रेशन के सिम्टम्स की बात करें तो मुंह सूखना, रोने के दौरान आंसू नहीं आना और प्रति दिन 6-8 गीले डायपर शामिल होना हो सकता है. 3 से 4 साल की उम्र के बच्चों को प्यास के लक्षण के बारे में बताया जा सकता है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. पीडिट्रीशन के मुताबिक छोटे बच्चों में चिड़चिड़ापन, बाथरूम जाने में कमी को डिहाइड्रेशन के सिम्टम्स के रूप में पहचाना जा सकता है. इसके अलावा आलस, थकावट, सिरदर्द, खराब एथलेटिक प्रदर्शन और मतली जैसे संकेतबताते हैं कि बड़े बच्चों में कुछ गड़बड़ है.
बच्चों को जूसी वेजिटेबल्स और फ्रूट्स दें
माता- पिता बड़े बच्चों को फल और सब्जियां भी दे सकते हैं. इसके अलावा खासतौर पर सर्दी के मौसम में बच्चों की डाइट में सलाद को जरूर शामिल करें. पर्याप्त हाइड्रेशन के लिए हरी पत्तेदार सब्जी, छाछ, दही और दूध भी आपके बच्चे की विंटर डाइट में शामिल होना चाहिए.
शुरुआत से ही पानी पीने की आदत डालें
कहते हैं कि बच्चे की जो आदत बचपन से डिवेलप हो जाती है वही आदत पड़ जाती है. ऐसे में हेल्दी रहने के लिए आप बचपन से ही अपने बच्चों में नियमित रूप से पानी पीने की आदत डालें. आठ साल से कम उम्र के बच्चों को औसतन हर दिन 4-5 गिलास पानी पीना चाहिए यह सलाह दी जाती है कि जो बच्चे 9 वर्ष और उससे अधिक उम्र के हैं, उनके लिए कम से कम 6 गिलास पानी पीना जरूरी है.
वॉटर इनटेक का गोल सेट करें
इन दिनों वॉटर इनटेक को मेजर करने के लिए तरह-तरह के इक्विपमेंट्स और एप्लीकेशंस मौजूद हैं. हालांकि बच्चों में भी आप वॉटर इनटेक गोल सेट कर सकते हैं. इसके लिए एक अच्छा ऑप्शन बच्चों के लिए ऐसी वॉटर बोतल खरीदना है जो उनके वॉटर इनटेक को मेजर कर सके. बच्चों को सिखाएं कि उन्हें कम से कम 2 लीटर पानी पीना है. या फिर उनके पानी पीने का टाइम सेट कर दें जैसे अपना फेवरेट शो देखने से पहले या एक्सरसाइज करने के बाद. बच्चों में पानी पीने का इंटरेस्ट डिवेलप करने के लिए आप उन्हें उनके पसंदीदा कलर और शेप की वाटर बोतल खरीद कर दे सकते हैं.
पानी के साथ यह ड्रिंक्स भी करेंगे मदद
बच्चे क्या बड़ों के लिए भी लगातार पानी पीना एक मुश्किल काम है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चे को हाइड्रेटेड रखना चाहते हैं तो उन्हें कम चीनी डालकर नींबू पानी या फिर फ्रूट जूस बनाकर दे सकते हैं. इसके अलावा बच्चे की बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए नारियल पानी एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. साथ ही मौसमी फल जैसे संतरा या मौसमी फल हाइड्रेशन का एक अच्छा विकल्प है.
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प्रफुल्ल सारडा,राजनीतिक विश्लेषक
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