जी हां, एक हालिया रिसर्च में बात सामने आई है कि वेट लॉस ड्रग्स को अगर अच्छी डायट और एक्सरसाइज के साथ दिया जाए तो 80 पर्सेंट तक उन लोगों में डायबिटीज का रिस्क को कम हो सकता है जिन्हें डायबिटीज नहीं है.
इंटरनेशनल क्लीनिकल ट्रायल में पाया गया कि ये ड्रग वेट लॉस करने के दौरान ब्रेन के उन हिस्सों को कंट्रोल करता है जो एनर्जी और भूख इंटेक करते हैं. इससे लोग कम ही फूड इंटेक करते हैं.
द लैंसेट जनरल में पब्लिश इस रिसर्च में कहा गया कि लगातार 3 साल तक वेट लॉस ट्रीटमेंट अच्छी डायट और अच्छी एक्सरसाइज के साथ लिया जाए तो टाइप 2 डायबिटीज का खतरा खत्म हो जाता है.
यहां तक कि 60 पर्सेंट ऐसे मरीज जिनको डायबिटीज होने का पूरा खतरा है, को भी वेट लॉस ट्रीटमेंट लेने से डायबिटीज का खतरा टल जाता है.
ये रिसर्च 27 देशों के 2,254 ऐसे एडल्ट्स पर की गई जिन्हें डायबिटीज नहीं थी. इन प्रतिभागियों को 160 हफ्तों तक वीकली इंजेक्शन दिए गए. इन प्रतिभागियों को कम कैलोरी डायट दी गई और अधिक से अधिक फीजिकल एक्टिविटी करने की सलाह दी गई.