Weight Loss: वे 5 कारक जो आपके मेटाबॉल्जिम को कर सकते हैं स्लो, वजन घटाना भी हो जाता है मुश्किल
मेटाबॉलिज्म वजन कम करने में एक अहम भूमिका निभाता है. बेहतर मेटाबॉलिज्म है तो वजन भी बेहतर ही कम होता है, लेकिन यह वजन घटाने का एकमात्र फैक्टर नहीं है.
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शरीर का मेटाबॉलिज्म वजन घटाने के प्रोसेस को प्रभावित करता है. धीमा मेटाबॉलिज्म वजन घटाने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है. मेटाबॉलिज्म वह प्रक्रिया होती है जिसमे शरीर, भोजन को उर्जा में परिवर्तित करता है. इसी कारण मेटाबॉलिज्म वजन कम करने में एक अहम भूमिका निभाता है. बेहतर मेटाबॉलिज्म है तो वजन भी बेहतर ही कम होता है, लेकिन यह वजन घटाने का एकमात्र फैक्टर नहीं है. स्टडी बताती है कि धीमा मेटाबॉलिज्म वजन बढ़ने के पीछे का कारण नही है. मेटाबॉलिज्म अगर तेज होता है तो इससे कैलोरी बर्न करने में ज्यादा मदद मिलती है. चलिए हम आपको बताने जा रहे कुछ ऐसे फैक्टर जो आपके वजन घटाने के साथ आपके मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं.
1-व्यक्ति की उम्र
उम्र के अनुसार मेटाबॉलिज्म कम होता जाता है. यह एक गैर-परिवर्तनीय फैक्टर्स में से एक है. संतुलित आहार, रेग्यूलर एक्सरसाइज स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है.
2-अनहेल्दी डाइट
जल्दी वजन घटाने की चाह में कई लोग अक्सर क्रैश डाइट चुनते हैं, लेकिन इस डाइट के कई दुष्प्रभाव हैं. दरअसल क्रैश डाइट में जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है. ऐसे में बहुत कम कैलोरी के सेवन से भी आपका मेटाबॉलिज्म प्रभावित हो सकता है.
3-अपर्याप्त नींद लेना
संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए नींद लेना भी बेहद जरूरी है. अगर आप ठीक से नहीं सोते हैं तो आपके शरीर में हार्मोन का स्राव होता है जिस कारण आप अधिक कैलोरी का सेवन कर सकते हैं. नतीजतन वजन बढ़ जाता है. अपर्याप्त नींद किसी के भी मेटाबॉलिज्म को नाकात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है.
4-स्ट्रेस
अक्सर तनाव या स्ट्रेस स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है. इस वजह से कई बार लोग अधिक कैलोरी का सेवन करने लगते हैं. क्रोनिक तनाव भी मेटाबॉलिज्म को प्रभावित कर सकता है और वजन बढ़ा सकता है.
5-जेंडर
महिलाओं की तुलना में पुरुषों में मेटाबॉलिज्म तेज होता है. महिलाओं में धीमी गति का मेटाबॉलिज्म हो सकता है. वहीं जीन भी स्लो मेटाबॉलिज्म का कारक है.
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