Lose Weight Fast: जब भी वजन तेजी से घटाना होता है तो आप सबसे पहले ऑइली फूड को खाना कम करते हैं. साथ में कैलरी बढ़ाने वाली ड्रिंक्स पर ध्यान देने से लेकर हर बाइट स्वीट में कटौती करने लगते हैं. ताकि मनचाही फिगर और बॉडी जल्दी से जल्दी पाई जा सके. इस सबके बीच कब आप अपने भोजन और इससे जुड़ी आदतों को लेकर एक्स्ट्रा केयर फुल हो जाते हैं, खुद आपको पता नहीं चलता. ऐसे में कई बार आपका इतना अधिक सजग होना लाइफ को स्ट्रेसफुल बना देता है.


यहां आपको उन खास चीजों के बारे में बताया जा रहा है, जो आपकी डायटिंग और वेट मैनेजमेंट की जर्नी को तनावपूर्ण बना सकती हैं. इनसे वजन कम होने की जगह कई बार बढ़ने भी लगता है, ऐसा स्ट्रेस हॉर्मोन्स के कारण होता है. साथ ही आप हेल्दी की जगह बीमार नजर आने लगते हैं. इसलिए जब वजन कम करने का प्लान बनाएं तो यहां बताई जा रही बातों से पूरी तरह दूरी बनाकर रखें...


​अडॉप्टेशन टाइम को समझना है जरूरी



  • जब आप कोई भी डायट प्लान फॉलो करते हैं तो शरीर को उस बदलाव को स्वीकारने में समय लगता है. इसलिए इस तरह के बदलाव का असर दिखने में समय लगता है. यह समय हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है क्योंकि सभी का शरीर अलग तरह से रिऐक्ट करता है. ऐसे में यदि आपकी बॉडी को अडप्ट होने में समय लग रहा है तो आप निराश ना हों.

  • क्योंकि आमतौर पर शरीर को 12 हफ्ते यानी तीन महीने का समय लगता है बदली हुई डायट का सेहत पर असर दिखाने में, खासतौर पर बात जब वजन घटाने की हो तब. इसलिए हार मानकर या निराश होकर प्रयास करना ना छोड़ें और इस बात का तनाव ना लें कि वजन घट नहीं रहा है.


जिंदगी का मकसद ना बनाएं



  • कुछ लोग यह वजन घटाने के प्लान के साथ यह गलती करते हैं कि वे इसे जिंदगी का एकमात्र मकसद बना लेते हैं. ऐसे में अपनी हर सांस के साथ उन्हें यही ध्यान आता रहता है कि किधर से एक इंच फैट घटा है या किधर इंचभर फैट बढ़ गया है!

  • इस तरह की सोच तनाव पैदा करती है, जिससे बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोन्स जैसे, कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने लगता है. यह हॉर्मोन डायरेक्ट और इनडायरेक्ट दोनों तरह से हेल्थ पर नकारात्मक असर डालता है और वेट बढ़ने की वजह भी बनता है, बॉडी में ब्लोटिंग भी बढ़ाता है.


ये कोई सजा नहीं है


फिट रहने और वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी होता है. इसे फन की तरह करें. एक्सर्साइज मूड बूस्टर का काम करती है, जब आप इसे खुश होकर करते हैं. लेकिन जब आप इसे सिर्फ इसलिए करते हैं क्योंकि आपको पतला होना है तो यह आपको एक बोझ की तरह लगने लगती है. यकीन मानिए, खुश होकर की गई एक्सर्साइज जल्दी पॉजिटिव रिजल्ट देती है. इसलिए इसे सजा मानकर ना करें.


भोजन अपराध या जहर नहीं है!



  • फिटनेस फ्रीक लोग कई बार अपने द्वारा खाए जाने वाले हर निवाले को बहुत सोच-समझकर लेते हैं. वजन घटाने के लिए खुद के साथ इतना सख्त होने की जरूरत नहीं होती है. ध्यान रखें कि वजन घटाने का मकसद लेकर चल रहे हैं तब भी  भोजन करना कोई क्राइम नहीं है!

  • आपको जितनी भूख लगी है, उतना भोजन करें लेकिन ओवर इटिंग से बचें. हर बाइट को बहुत चबाकर और आराम से खाएं, इससे पेट जल्दी भरता है और भोजन कम खाया जाता है.


जिंदगी के साथ कदमताल



  • वजन कम हो जाए और फिटनेस बनी रहे, आपकी डायटिंग का मकसद यही होना चाहिए. इसलिए खाए हुए भोजन को पचाने के लिए वॉक करें. वॉक करने से शरीर की 80 प्रतिशत मसल्स की एक्सर्साइज होती है. स्ट्रेस भी दूर रहता है और खुद के साथ एक कनेक्टिविटी फील होती है. 

  • यही वजह है कि डायटिंग के दौरान या वेट लॉस जर्नी के दौरान आपको इतना कम नहीं खाना है कि वॉक करते समय चक्कर आएं या शरीर में एनर्जी की कमी फील हो. हेल्दी खाएं, सही मात्रा में खाएं और मनचाही चीजें खाएं सिवाय ऑइली और मैदा युक्त फूड के.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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