Western Toilet Side Effects: आज के इस जमाने में ज्यादातर घरों में अब वेस्टर्न टॉयलेट का ही चलन बढ़ गया है.इसे इंडियन टॉयलेट से कई गुना ज्यादा आरामदायक माना जाता है. वहीं जो लोग घुटनों के दर्द से पीड़ित रहते हैं उनके लिए तो वेस्टर्न टॉयलेट ही फायदेमंद होता है. लेकिन इन फायदों को अगर एक तरफ रखें तो दूसरी तरफ इससे सेहत को और भी कई सारे नुकसान हैं. इससे आपको सेहत से संबंधी कई सारी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है. आईए जानते हैं इस बारे में विस्तार से.


वेस्टर्न टॉयलेट के नुकसान


1.ये टॉयलेट मल्टीपल लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है. वही टॉयलेट की सीट जो होती है वो सीधे शरीर में टच होती है.इससे साफ सफाई में बाधा आ सकती हैं. इससे संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है. इससे इंटिमेट एरिया में बहुत जल्दी इंफेक्शन होने की संभावना रहती है. यही वजह है कि वेस्टर्न स्टाइल की सीट पर बैठने पर टॉयलेट पेपर या टिशू पेपर बेचकर बैठने की सलाह दी जाती है.


2.इससे कब्ज की समस्या भी हो सकती है. जब हम इंडियन टॉयलेट सीट पर बैठते हैं तो हमारे पूरे पाचन तंत्र पर दबाव बनता है. जिससे पेट सही से साफ हो जाता है. लेकिन आप जब वेस्टर्न टॉयलेट पर बैठते हैं तो पाचन तंत्र पर कुछ खास दबाव नहीं रहता है. जिसके कारण पेट ठीक से साफ नहीं होता और धीरे-धीरे आपको कब्ज की समस्या होने लगती है.


3.वेस्टर्न टॉयलेट के इस्तेमाल से यूटीआई का खतरा भी काफी ज्यादा बढ़ जाता है. जब आप घर का टॉयलेट इस्तेमाल करते हैं तो  काफी हद तक इन्फेक्शन का खतरा दूर रहता है लेकिन पब्लिक टॉयलेट से ऐसा संभव नहीं है. इसे कई सारे लोग इस्तेमाल करते हैं जिस वजह से यूरिन इंफेक्शन हो सकता है. इससे ई कोली इनफेक्शन, प्रोट्यूस की समस्या हो जाती है.


4.वही वेस्टर्न टॉयलेट के इस्तेमाल से मल त्यागने वाले द्वार पर सुजान और नसों की समस्या हो सकती है. क्योंकि वाटर जेट का प्रेशर तेज होता है इससे नसों में सूजन आ सकता है या टिशु फट सकता है.


क्या कहते हैं डॉक्टर्स ?


डॉक्टर के मुताबिक जिन लोगों को जोड़ो से जुड़ी कोई दिक्कत नहीं है. उन्हें इंडियन टॉयलेट का ही इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है. क्योंकि इंडियन टॉयलेट में हमारी बॉडी स्क्वाड पोजीशन में होती है. इससे पाचन तंत्र पर दबाव पड़ता है और पेट अच्छे से साफ होता है. वहीं आपको इन्फेक्शन का भी खतरा नहीं होता.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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