किडनी हो या लिवर यह हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण ऑर्गन है. लिवर हमारे शरीर से गंदगी निकालने का काम करता है वहीं किडनी का काम है हमारे शरीर से वेस्ट पार्ट को अलग करके शरीर से बाहर निकालना. जब इसमें किसी भी तरह का इंफेक्शन या खराबी शुरू होती है तो वह शरीर को तरह-तरह से सिग्नल देता है. किडनी की बीमारी के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि जब तक बीमारी बहुत अधिक फैल नहीं जाती, तब तक व्यक्ति को दर्द या परेशानी का अनुभव नहीं होता है. हालांकि बीमारी शुरू होने और बढ़ने के दौरान किडनी कई तरह के संकेत देकर आपको आगाह करती हैं. किडनी शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत सारे काम करती हैं. जैसे, रक्त को शुद्ध करके इससे टॉक्सिन्स को बाहर निकालना, ब्लड प्रेशर को रेग्युलेट करना, शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी ना हो इसके लिए जरूरी हॉर्मोन्स का उत्पादन करना, यूरिन को रेग्युलेट करना और फिल्टर करना, इनके अलावा और भी कई महत्वपूर्ण काम किडनी करती हैं, जिनसे शरीर स्वस्थ बना रहता है. 


इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए किडनी को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी होता है. जब भी किडनी में किसी तरह का इंफेक्शन पनपता है तो ये कुछ खास संकेत देकर आपको आगाह करती हैं. किडनी की बीमारी से जुड़े इन 5 संकेतों को पहचानें और समय रहते जान लें कि आपकी किडनी को अतिरिक्त देखभाल और आपके सपॉर्ट की जरूरत है. क्योंकि एक बार अगर किडनी की बीमारी बिगड़ जाए या अधिक फैल जाए तो फिर जान पर भी खतरा बन आता है. 


सांसों से दुर्गंध आना


आमतौर पर सांस से दुर्गंध आने की वजह कच्ची प्याज खाना और दिनभर में शरीर की जरूरत के अनुसार पानी ना पीना होता है. लेकिन यदि आपकी सांसों से लगातार दुर्गंध आ रही है तो आपको डॉक्टर से जरूर मिलना चाहिए. क्योंकि सांसों की दुर्गंध किडनी की बीमारी का एक प्राथमिक संकेत भी है.


यूरिन का रंग बदलना


किडनी का एक मुख्य काम यूरिन को फिल्टर करना भी होता है, जब किडनी में इंफेक्शन या कोई बीमारी पनप रही होती है तो इसका असर आपके यूरिन के कलर पर भी पड़ता है और इस तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं...


पेशाब में झाग आना


पेशाब का रंग डार्क पीला होना
रात के समय सामान्य से अधिक बार यूरिन आना
बार-बार पेशाब आना
पेशाब की मात्रा बहुत अधिक कम होना या बढ़ जाना 
थकान रहना


शरीर में आयरन और पोषक तत्वों की कमी के कारण भी थकान रहती है और किडनी की समस्या के कारण भी. इसलिए आपको हर समय थकान बने रहने की वजह क्या है, ये जानने के लिए समय रहते अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें. क्योंकि जब किडनी ठीक से काम नहीं करतीं तो रक्त में लाल कोशिकाओं की कमी हो जाती है. ये कोशिकाएं ही खून में ऑक्सीजन का स्तर बनाए रखने में मुख्य भूमिका निभाती हैं. जब रक्त में ऑक्सीजन कम रहता है तो शरीर थका हुआ रहने लगता है.


सांस उखड़ना


रक्त में ऑक्सीजन की कमी के कारण सांस उखड़ने लगती है. या सांस लेने में समस्या महसूस होती है. यह भी लग सकता है जैसे सांस बहुत छोटी-छोटी आ रही है. ऐसे लक्षण खून में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण आते हैं. इसलिए सांस संबंधी ये समस्या भी किडनी की बीमारी का लक्षण हो सकती है.


त्वचा संबंधी समस्याएं


त्वचा पर बहुत खुजली होना, बहुत अधिक रैशेज होना, दाने इत्यादि निकलना भी किडनी की समस्या का लक्षण हो सकते हैं. क्योंकि किडनी रक्त का शुद्धिकरण करके विषैले तत्वों को अलग करती है और यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकाल देती है. लेकिन बीमारी या इंफेक्शन की स्थिति में ऐसा ना हो पाने के कारण  त्वचा पर ये समस्याएं होने लगती हैं. इसलिए स्किन पर अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.