Fitness Parameter  : आधुनिक समय में लोगों के रहन-सहन और खानपान में कई तरह के बदलाव आ चुके हैं. वहीं. पर्यावरण की बात कि जाए तो यह दिन-ब-दिन प्रदूषण हो रहे हैं. इसके अलावा युवा वर्ग कई तरह के मादक पदार्थों जैसे- झुक्का, सिरगेट के साथ जिंदगी का धुआं उड़ा रहे हैं. इन मादक पदार्थों से शरीर में कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. खासतौर पर अस्थमा की बीमारी युवा वर्ग में काफी आम हो चुका है. भारत में आज लगभग 20 मिलियन अस्थमा के मरीज हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह दावा किया है कि अगर इसी तरह पर्यावरण दूषित रहा तो अस्थमा एक समय में सबसे जानलेवा बीमारी हो सकती है. इसलिए वातावरण को दूषित होने से बचाना जरूरी है. इसके अलावा युवा वर्ग को भी अपनी आदतों में बदलाव की जरूरत होती है. आइए जानते हैं युवाओं की किन आदतों की वजह से बढ़ रहे हैं अस्थमा के मामले?


इन आदतों की वजह से अस्थमा मरीजों की बढ़ रही है संख्या



  • लगातार काम में व्यस्त रहने वाले लोगों को अस्थमा की समस्या काफी ज्यादा होती है. ऐसे में काम के साथ-साथ शरीर को आराम देना ह जरूरी. 

  • हम में से कई लोग सिगरेट का सेवन करते होंगे, तो कई लोग उसी धुएं का शिकार होते होंगे. ऐसे में अस्थमा की समस्या होना लाजमी है. 

  • अगर आप रोजाना 500 मीटर नहीं चलते हैं तो आपकी यह आदत आपके शरीर को स्थिर बना सकता है. इससे अस्थमा होने की संभावना बढ़ सकती है. 

  • बाहर की चीजों का अधिक सेवन न करें. इससे अस्थमा की परेशानियां होने की संभावना अधिक होती है.

  • रोजाना योग का अभ्यास जरूरी है. 

  • हेल्दी आहार का चुनाव करें. 


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