Immune system: जिस तरह जिंदा रहने के लिए हम रोज खाना खाते हैं, पानी पीते हैं ठीक उसी तरह वॉक भी शरीर के लिए बेहद जरूरी है. बीमारियों से बचने के लिए मॉर्निंग हो या इवनिंग वॉक बेहद जरूरी है. इससे शरीर काफी ज्यादा एक्टिव रहता है.साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर रहता है. वॉक करने से वजन कंट्रोल रहता है, ब्रेन एक्टिव रहने के साथ-साथ इम्युनिटी भी बढ़ती है. 


एक्सरसाइज तो हर किसी के लिए बेहद जरूरी होता है. हर उम्र के लोगों के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. वॉक करने से वजन काफी ज्यादा कंट्रोल में रहता है. इससे हार्ट हेल्दी रहती है साथ ही अल्जाइमर, डायबिटीज का खतरा भी कम होता है. 


एक रिसर्च के मुताबिक रोजाना 22 मिनट वॉक जरूर करना चाहिए. आज हम आपको बताएंगे वॉकिंग वेरिएशन ट्राई करके खुद को कैसे फिट रख सकते हैं. 


चार तरह के वॉक जिससे आप इम्युनिटी को कर सकते हैं मजबूत


क्रैब वॉकिंग


यह वॉकिंग आजकल ट्रेंड में बना हुआ है. क्रैब वॉकिंग करने के लिए सबसे पहले जमीन पर बैठकर अपनी हथेलियों को अपने पैरों के साथ अपने बट के पीछे फ्लोर पर रखना है. इसके बाद अपनी हथेलियों को दबाना है. फिर अपने फ्लोर को लिफ्ट करना है. खुद को लिफ्ट करते हुए अपने दायां पैर और बायां हाथ को आगे बढ़ाना है. ऐसा करके कभी आगे और कभी पीछे करना है. यह क्रैब वॉकिंग कैलोरी बर्न करने में मदद करती है. साथ ही पोस्चर को सही करती है और बॉडी को टोन करती है. 


ब्रिस्क वॉकिंग


इस वॉक में 100 कदम हर मिनट चलना पड़ता है. ब्रिस्क वॉकिंग हार्ट रेट को बढ़ाने का काम करती है. इसके कारण शरीर में ब्लड पंप होता है. साथ ही वजन भी कम होता है. और शरीर को टोन करने का काम भी करता है. रोजाना कम से कम 20 मिनट तक ब्रिस्क वॉकिंग करना चाहिए. इससे आपको तुरंत फर्क दिखेगा. 


लंज वॉकिंग


इसमें लॉन्ग स्टेप लिए जाते हैं. दूसरे पैर के साथ लंज किए जाते हैं. इसमें बस एक बात का ध्यान रखना है कि आपके घुटने अंगूठे से आगे न जाए. लंज वॉकिंग स्ट्रेंथ ट्रेनिंग के साथ आपके पैरों और कूल्हों को टोन करने का काम करती है. साथ ही यह ज्यादा फ्लेक्सिबल बनाती है. लंज्स एक्सरसाइज आपके ब्रीदिंग पैटर्न को भी करने का काम करती है. 


वॉक करने के दौरान खूब पानी पिएं


वॉक करने के दौरान खुद को हाइड्रेट रखना बेहद जरूरी है. इसलिए वॉक के दौरान ढेर सारा पानी पीना न भूलें. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.