Heart Attack Symptoms: 'दिल का दौरा पड़ने से जान भी जा सकती है.' यह बात तो हर किसी को पता है. लेकिन कभी आपने सोचा है हार्ट अटैक आने से पहले या उसके दौरान शरीर में किस तरह की हलचल मचती होगी. दिल की धड़कन बंद होना भी दिल का दौरा पड़ना कहते हैं. लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है. सच्चाई यह है कि जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है तो उसे पता ही नहीं चलता है कि उसे दिल का दौरा पड़ रहा है या वह नॉर्मल प्रॉब्लम है.
दिल का दौरा पड़ने के ठीक पहले इस शख्स के साथ क्या हुआ?
आमतौर पर हार्ट अटैक के शिकार लोगों को यह पता चल भी नहीं पाता है कि क्या सच में उन्हें दिल का दौरा पड़ रहा है? ज्यादातर लोग दिल का दौरा पड़ने से पहले के लक्षण से बिल्कुल भी अनजान होते हैं. हमें इससे बचने के लिए इसके लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है. इस जानलेवा बीमारी के संकेतों और लक्षणों को वक्त रहते समझ सके ताकि आपकी जिदगी बच सके. दिल का दौरा पड़ने पर क्या होता है? इसकी तो कई कहानी सोशल मीडिया पर हैं लेकिन आज हम आपके लिए एक quora यूजर की पूरी आपबीती लेकर आए हैं. जिसमें वह बता रहे हैं कि आखिर कैसा लगा था जब उन्हें हार्ट अटैक आया था?
Quora यूजर डेव पार्क ने बताया कि 5 साल पहले उन्हें दिल का दौरा पड़ने के दौरान क्या महसूस हुआ था. डेव पार्व बतात हैं कि साल 2017 में मैं अपने यार्ड के घास को काट रहा था. मैंने सामने की घास काट दी थी और यार्ड का आधा रास्ता बचा हुआ था. लगभग पांच मिनट में मुझे अजीब सी थकावट शुरू होने लगी. सांस फूलने लगा और मुझे काफी ज्यादा पसीना आने लगा. मैंने घास काटना बंद कर दिया. और सोचा कि मैं कैसे भी करके यार्ड से बाहर निकल जाता हूं. थोड़ी देर रूका और फिर मैंने घास काटने की मशीन को फिर से शुरू किया और फिर कुछ मिनटों में मेरा दर्द इतना ज्यादा बढ़ गया था कि मैं काफी परेशान हो गया.
पसीना और तेज दर्द
डेव पार्क कहते हैं थोड़ी देर में मेरा पसीना और सांस फूलना और भी बढ़ गया. मेरे सीने पर लग रहा था कोई भारी सा चट्टान पड़ा हुआ है वैसा ही दर्द शुरू हो गया. यह दर्द लगातार बना रहा. मुझे एहसास हुआ कि मेरी पीठ के बीच में भी भयानक दर्द था, और फिर यह मेरी बाहों के पीछे की ओर धीरे- धीरे फैल रहा था. दर्द दाएं हाथ से बाईं हाथ की ओर बढ़ रहा था. दर्द बढ़ने के कारण मैं फर्श पर गिर गया फिर मैंने अपनी पत्नी बुलाया और कहा मुझे जल्दी हॉ्स्पिटल ले चलो. जिसके बाद पत्नी तुरंत मुझे हॉस्पिटल लेकर गई. वहां इमरजेंसी वार्ड में मुझे एडमिट किया गया. सारे चेकअप होने के 45 मिनट के बाद मैं दर्द से बाहर आ गया.
डेव पार्क कहते हैं हॉस्पिटल के इमरजेंसी वार्ड में एडमिट होने के बाद मेरा अच्छे तरीके से चेकअप किया गया. अगले दिन मुझे डॉक्टर ने बताया कि मेरा बीपी 185/125 और एचआर 160+ से गिरकर 150/110 के बीपी और 120+ एचआर हो गया था. मेरे बहुत सारे ब्लड टेस्ट किए गए. फिर मेरा कार्डियक ट्रोपोनिन लेवल भी चेक किया गया. जिसके बाद डॉक्टर ने मुझे बताया कि आप सही समय पर हॉस्पिटल आ गए. तभी आपको बचा लिया गया. आपके हार्ट आर्टरी ब्लॉक हो गई थी. उन्होंने मेरी हृदय बीट और ब्लड प्रेशर को कम करने का फैसला किया. जिसके लिए दवा और एक नाइट्रोग्लिसरीन IV शुरू किया गया.
सिर दर्द के लिए वासोडिलेटर दवाई दी जाती थी
जब मैं दर्द से बाहर आया तो मुझे वासोडिलेटर के कारण मेरे सिर में अजीब सा दर्द हो रहा था. वीकेंड के कारण मुझे आईसीयू में रखा गया ताकि बाद में कोई दिक्कत न हो जाए. मेरे ब्लड प्रेशर को कम करने की कोशिश की गई. क्योंकि डॉक्टर का कहना था कि टाइम पर बीपी कम नहीं किया गया तो ऑर्गन फेल भी हो सकते हैं. नाइट्रोग्लिसरीन एक वासोडिलेटर दो दवाई मुझे दिए जा रहे थे ताकि बीपी कंट्रोल में रहे और ब्लड का फ्लो हार्ट में ठीक तरीके से हो. सिर दर्द के लिए आपको एसिटामिनोफेन की दवाई दी जाएगी. ढाई दिन तक मुझे सिरदर्द था.
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