मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को क्यों आता है हद से ज्यादा गुस्सा, एक्सपर्ट ने बताया बचने का तरीका
महिलाओं के अंदर तरह-तरह के हार्मोनल चेंजेज होते रहते हैं. पीरियड्स से लेकर प्रेग्नेंट होने तक एक महिला के अंदर कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं.
हर उम्र में महिलाओं के अंदर तरह-तरह के हार्मोनल चेंजेज होते रहते हैं. पीरियड्स से लेकर प्रेग्नेंट होने तक एक महिला के अंदर कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. जिसकी वजह से एक महिला के अंदर कई तरह के इमोशनल उतार-चढ़ाव होते हैं. उम्र के एक खास पड़ाव पर महिलाओं को मेनोपॉज का सामना करना पड़ता है. महिलाओं की जिंदगी में यह ऐसा फेज होता है जब महिलाओं की पीरियड्स की बंद हो जाती है. और इस पूरे प्रोसेस को मेनोपॉज कहा जाता है. कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है इस दौरान महिलाओं को काफी ज्यादा गुस्सा आता है.
मेनोपॉज में गुस्सा आने का कारण
हार्मोनल उतार-चढ़ाव
मेनोपॉज के दौरान कई तरह के हार्मोनल चेंजेज होते हैं. जिसके कारण महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का लेवल का घट रहा है. जिसके कारण चिड़चिड़ापन और गुस्सा होता है. यह हार्मोन ब्रेन में न्यूरोट्रांसमीटर को काफी ज्यादा प्रभावित होती है. जिसके कारण इमोशनल अनस्टेबल फिल करती हैं.
नींद संबंधी परेशानियां
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं को अक्सर नींद की परेशानी हो सकती है. ऐसी स्थिति में नींद का पैटर्न भी खराब होता है.इसके कारण नींद कमी और गुस्सा का कारण बन सकती है.
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में सूजन हो सकता है
मेनोपॉज के दौरान महिलाओं के शरीर में सूजन के साथ-साथ वजन बढ़ सकता है. यह शारीरिक बदलाव कई तरह के इमोशनल उतार-चढ़ाव का कारण बन सकते हैं.
मेनोपॉज में गुस्सा को कम करने के खास तरीके
एक्सरसाइज करें
मेनोपॉज के दौरान मेडिटेशन के साथ-साथ एक्सरसाइज करें. जिससे आपके शरीर के अंदर हार्मोनल इनबैलेंस कंट्रोल में रहेंगे. यह आपके गुस्सा को भी कंट्रोल में रखता है.
नींद पूरी लें
कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें. सोते वक्त हल्का और आरामदायक कपड़े पहनें
जिम या वॉक करें
जिम या वॉक करने से आपका वजन कंट्रोल में रहेगा. साथ ही साथ आपका मूड भी बेहतर रहेगा . जिसके कारण आपको गुस्सा कम आएगा.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )