Tetanus: किसी भी तरह के मेटल खासतौर से लोहे से चोट लगने के बाद टिटनेस का शॉट यानी इंजेक्शन लगवाना जरूरी माना जाता है. कई लोगों के मन में यह सवाल होता है कि लोहे से लगी हल्की सी चोट के लिए भी क्या टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी है? आज हम आपको इस खबर में बताएंगे कि कब आपको टिटनेस का शॉट लगवाना चाहिए. कई बार जाने-अनजाने में हमें लोहे से चोट लग जाती है. चोट लगने की वजह से त्वचा कट या छिल जाती है और उस जगह पर घाव बन जाता है. लोग कई बार इस चोट को गंभीरता से नहीं लेते और टिटनेस का इंजेक्शन नहीं लगवाते, ऐसी स्थिति में ये आगे चलकर कई बार नुकसानदेह साबित होता है.  

  


टिटनेस के बैक्टीरिया खाद, धूल या मिट्टी में पाए जाते हैं. अगर मेटल या लोहे की वजह से आपको गंभीर चोट आई है या स्किन अंदर तक छिल गई है तो आपको टेटनस का इंजेक्शन लगवाने की जरूरत हो सकती है. टेटनस एक गंभीर बीमारी है, जो इलाज न कराने पर बहुत खतरनाक साबित हो सकती है. टेटनस पैदा करने वाले बैक्टीरिया आपकी बॉडी या स्किन में कट या घाव के जरिए प्रवेश करते हैं. ये अक्सर मिट्टी और खाद में पाए जाते हैं.


आपको डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए? 


1. जब घाव गहरा हो.


2. घाव में गंदगी भरी हो या कोई ऑप्बजेक्ट अंदर फंसा हो.


3. अगर आपने टिटनेस के खिलाफ फुल वैक्सीनेशन नहीं करवाया है.


4. आपको अपने टिटनेस वैक्सीनेशन के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है. 


डॉक्टर आपके घाव का आकलन करने के बाद यह तय करेगा कि आपको वैक्सीनेशन या किसी अन्य इलाज की जरूरत है या नहीं. गंभीर घाव के लिए आपको बेहतर इलाज की जरूरत हो सकती है. अगर आपकी मांसपेशियों में गंभीर जकड़न या ऐंठन है तो तुरंत अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें. 


चोट लगने के 24 घंटे के भीतर टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है. अगर इंजेक्शन सही समय पर नहीं लगवाया गया तो घाव के जरिए बैक्टीरिया शरीर के अंदर दाखिल हो सकते हैं और 10 दिनों के अंदर लक्षण दिखाई पड़ सकते हैं. अगर आपके टिटनेस-प्रोन घाव है तो अतिरिक्त इलाज दिया जा सकता है, फिर भले ही आप फुली वैक्सीनेटेड हों. 


क्या होगा अगर नहीं लगवाया इंजेक्शन?


टिटनेस का बैक्टीरिया मिट्टी में पाया जाता है. इसलिए जिन चीज़ों पर मिट्टी लगी होती है, उससे चोट लगने पर संक्रमण का खतरा पैदा हो सकता है. घायल होने का कारण चाहे लोहा हो या रोड एक्सीडेंट, दोनों ही केस में टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होता है. कई बार घाव को लंबे समय तक खुला छोड़े रखने पर उसमें मिट्टी या धूल आदि चले जाते हैं, इस स्थिति में भी आपके लिए टिटनेस का इंजेक्शन लगवाना जरूरी होगा. 


अगर आपने इन स्थितियों में इंजेक्शन नहीं लगवाया तो बैक्टीरिया की वजह से संक्रमण पैदा हो सकता है, जो आपको गंभीर स्थिति तक पहुंता सकता है. आपको सांस लेने में परेशानी महसूस हो सकती है. ऑक्सीजन की कमी होने से ब्रेन डैमेज हो सकता है. आपको निमोनिया की बीमारी हो सकती है. दिल की धड़कन भी असामान्य हो सकती है. हड्डियों को नुकसान पहुंचने का खतरा भी पैदा हो सकता है. इसलिए गंभीर चोट या कट लगने के बाद डॉक्टर से संपर्क जरूर करें, ताकि आपकी चोट की गंभीरता को देखते हुए वे आपको सही इलाज बता सकें.


ये भी पढ़ें: Lemon Benefits: विटामिन्स का पावरहाउस है नींबू, वजन घटाने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक, इसको खाने के कई फायदे