फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में न्यूट्रिशयन होता है और कैलोरी कम होता है. इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसके खाने से आपका कभी वजन नहीं बढ़ेगा बल्कि आप ज्यादा स्लीम और ट्रीम महसूस करेंगे. फल और सब्जियों में पोषक तत्व उच्च मात्रा में होते हैं. इसलिए अगर आप वजन कम करने का सोच रहे हैं तो आप इसे अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. आज से ही नहीं परंपरागत समय से ही सब्जियों को हमेशा पौष्टिक और पूर्ण भोजन का हिस्सा समझा जाता है वहीं फलों को संतुलित भोजन समझा जाता है. आजकल सोशल मीडिया का जमाना है लोग वजन घटाने के लिए ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां अपने डाइट में शामिल कर रहे हैं.
पेट संबंधी नहीं होगी कोई भी बीमारी
रोजाना सिर्फ फल और सब्जियां खाकर आप आसानी से वजन घटा सकते हैं. और सबसे अच्छी बात यह है कि इससे आपका पेट भी भरा हुआ रहेगा. आपको एकदम ऐसा नहीं लगेगा कि आपने कुछ अनाज नहीं खाया है. साथ ही आपका कोलेस्ट्रॉल का लेवल और ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल रहेगा. यह आपके हेल्थ के हिसाब से बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं. इसके अलावा फल और सब्जियों में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो जिसकी वजह से आप ज्यादा वक्त तक जवान दिखते हैं, जिससे कैंसर का खतरा कम हो जाता है. फल और सब्जियां खाने से आपकी पेट संबंधी सभी बीमारियां भी दूर रहेंगी.
सिर्फ फल और सब्जी खाने से कई तरह के साइडइफेक्ट्स भी हैं
जब भी कोई व्यक्ति अनाज छोड़कर सिर्फ फल और सब्जियां खा रहा है तो आमतौर पर यह वजन कम करने के लिए किया जाता है. शरीर को भरपूर पोषण मिले वहीं खाना मनुष्य के लिए फायदेमंद है. फल और सब्जियां आप वजन घटाने के लिए जरूर खा सकते हैं लेकिन आपका इससे पेट नहीं भर सकता है. यह हेल्थ के लिए भी फायदेमंद नहीं है. इससे आपकी मांसपेशियां अपना एनर्जी खो देती हैं. साथ ही शरीर में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमीयां अंसतुलन पैदा करती हैं. क्योंकि फल और सब्जियों में फैट और प्रोटीन नहीं होते हैं. जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं. शरीर के लिए हेल्दी फैट और प्रोटीन बेहद जरूरी होता है. आप अगर रेग्युलर कम कैलरी वाला खाना खाते हैं तो धीरे-धीरे आपका शरीर अपनी एनर्जी खो देता है और शरीर में एनर्जी की कमी हो जाती है. जिससे आपकी डेटी रूटीन में कई तरह कि दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के अलावा, फलों और सब्जियों में कैल्शियम, जिंक और ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैट जैसे अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की कमी होती है. चूंकि कच्चे खाद्य पदार्थ फाइबर में उच्च होते हैं, ऐसे आहार से फाइबर की अधिकता हो सकती है, जिससे गैस या सूजन हो सकती है.
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