Cancer Immunotherapy : कैंसर एक ऐसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी है, जिससे भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान है. 2023 में सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी कि देश में कैंसर के 14 लाख से ज्यादा मरीज हैं। साल 2022 में कैंसर (Cancer) से मरने वालों की संख्या 8 लाख से ज्यादा थी.


अमेरिका के बर्मिंघम एंड वुमेन हॉस्पिटल में कोलोरेक्टल कैंसर और एंड्रोमेट्रियल कैंसर के 1,655 मरीजों पर एक रिसर्च की गई, जिसमें पाया गया कि कैंसर के मरीजों के लिए 'इम्यूनोथेरेपी' (Cancer Immunotherapy) काफी सफल है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या यह कैंसर के मरीजों के लिए रामबाण दवा बन सकती है. आइए जानते हैं कैंसर इम्यूनोथेरेपी क्या है और इसकी जरूरत कब पड़ती है...


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कैंसर इम्यूनोथेरेपी क्या है




कैंसर ऐसी बीमारी है जिसका एक रूप ट्यूमर और दूसरा रूप केमिकल वाला है, जो हमारी बॉडी की इम्यूनिटी को बढ़ाने वाली सेल्स को डाउन कर देता है. इन्हीं सेल्स को दोबारा से स्ट्रॉन्ग बनाने में इम्यूनोथेरेपी मदद करती है.मतलब इम्यूनोथेरेपी हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम का उपयोग कर कैंसर से लड़ने की ताकत देती है.




कैंसर इम्यूनोथेरेपी किस तरह काम करती है




इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy) सिर्फ हमारी बॉडी के सेल्स को एक्टिवेट करने का काम करती है. एक्टिवेट हुए सेल्स ही कैंसर से लड़ाई लड़ते हैं. ऐसे में यह कैंसर के बाकी इलाज जैसे कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी से अच्छी मानी जा रही है.


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कैंसर में इम्यूनोथेरेपी की जरूरत कब पड़ती है




सबसे अच्छी बात है कि अभी तक इम्यूनोथेरेपी से साइड इफेक्ट का रिस्क कम देखा गया है. हालांकि, यह कैंसर और उसके स्टेज पर डिपेंड करता है. अभी कैंसर के स्टेज-4 में ही इसका इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है. मेडिकल साइंस इस पर लगातार अलग-अलग प्रयोग भी कर रहा है. 




भारत में कैंसर का कितना खतरा




सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश में कैंसर के केस लगातार बढ़ रहे हैं. बदलती लाइफस्टाइल और खानपान इसकी सबसे बड़ी वजहों में से एक है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद(ICMR), राष्ट्रीय रोग सूचना विज्ञान और अनुसंधान केंद्र की 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, 5 साल बाद देश में कैंसर के केस में 12% तक का इजाफा हो जाएगा. ऐसे में अगर इम्यूनोथेरेपी सफल होती है और भारत आती है तो कैंसर के मरीजों को काफी राहत मिल सकती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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