When Doctors Ask for CT Scan: कई गंभीर बीमारियों में डॉक्टर्स व्यापक जानकारी के लिए सीटी स्कैन कराने की सलाह देते हैं. यह एक ऐसा शब्द है, जो आजकल सभी ने सुना हुआ है और ज्यादातर लोग इसकी प्रक्रिया से भी वाकिफ हैं. लेकिन लोग अक्सर इस बात को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं कि जब पहले एक्स-रे करा चुके हैं तो डॉक्टर अब सीटी स्कैन के लिए क्यों कह रहे हैं. वहीं कुछ लोग यह सोचकर भी डर जाते हैं कि एक्स-रे के बाद सीटी कराने को कहा गया है यानी हालत गंभीर है! ऐसे कई सवालों के सही जवाब आपको यहां जानने को मिलेंगे.


सबसे पहले तो आप यह जान लें कि सीटी स्कैन, एक्स-रे का ही एक रूप होता है. इसे कैट स्कैन भी कहा जाता है. जबकि इसका पूरा नाम है- कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी स्कैन (CT Scan). आमतौर पर सीटी स्कैन कराने की सलाह नहीं दी जाती. डॉक्टर्स पहले एक्स-रे कराने के लिए ही कहते हैं. लेकिन जब उन्हें लगता है कि उनका काम एक्स-रे से नहीं चल पाएगा, तब सीटी स्कैन कराने के लिए लिखते हैं.


क्यों किया जाता है सीटी स्कैन?


जब किसी बीमारी की जांच करते हुए और उसके बारे में डिटेल में जानकारी जुटाते हुए डॉक्टर्स को बॉडी के सॉफ्ट टिश्यूज, ब्लड वेसल्स या बोन्स की डिटेल स्टडी चाहिए होती है, तब सीटी स्कैन की जरूरत पड़ती है. इसलिए मेजर बीमारियों में ही डॉक्टर्स इसे कराते हैं. या फिर किसी बड़ी शंका को दूर करने के लिए भी, क्योंकि सीटी स्कैन से शरीर के अंदरूनी हिस्सों की डिटेल में तस्वीरें मिल जाती हैं. जैसे...



  • सिर से संबंधित बीमारी में 

  • कंधे का कोई गंभीर रोग

  • हार्ट की समस्या 

  • घुटनों की समस्या

  • चेस्ट का सीटी स्कैन

  • पेट का सीटी स्कैन

  • रीढ़ की हड्डी का सीटी स्कैन


कैसे होता है सीटी स्कैन?



  • सीटी स्कैन के लिए रोगी सीटी स्कैन मशीन के अंदर लेटाया जाता है. यह मशीन सुरंग की तरह होती है और इस पर लेटकर व्यक्ति को अंदर ले जाया जाता है, जहां मशीन के अंदर के पार्ट्स के माध्यम से अलग-अलग ऐंगल से फोटोग्राफी की जाती है. फिर ये फोटो मशीन से कनेक्टेड कंप्यूटर पर भेज दिए जाते हैं. 

  • शरीर के जिस हिस्से का सीटी स्कैन करना होता है, उसी हिस्से के फोटोग्राफ लिए जाते हैं, जो हर ऐंगल से शरीर के उस अंग को कवर करते हैं. कंप्यूटर में भेजने के बाद

  • इनकी थ्री डी पिक्चर्स बनाकर असेंबल कर दिया जाता है, जिसकी स्टडी करके डॉक्टर्स रोगी की सही स्थिति की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं.

  • इस टेस्ट को कराने में बहुत ही कम समय लगता है और किसी भी तरह से डरने की बात नहीं होती है. ना आपको कोई कट लगेगा ना कोई ड्रिप चढ़ेगी.


किन बीमारियों में किया जाता है सीटी स्कैन?



  • मांसपेशियों संबंधी समस्या में

  • हड्डी से संबंधित गंभीर बीमारियों में

  • कैंसर के इलाज के दौरान

  • शरीर की किसी अंदरूनी चोट के इलाज के लिए

  • हार्ट से संबंधित समस्याओं या बीमारी के इलाज में


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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