Health Tips: पाइल्स (Piles) जिसे हम आम भाषा में बवासीर कहते हैं. अमूमन इसके बारे में सभी को पता है, लेकिन इसी से जुड़ी दो और बीमारियां हैं जिनका नाम फिशर और फिस्टुला है, इसके बारे में लोग बहुत कम जानते हैं, हालांकि जिन्हें पता है वह पाइल्स फिशर और फिस्टुला को लेकर संशय में रहते हैं, क्योंकि इन तीनों के लक्षण सामान्य है. यह तीनों ही बीमारियां बहुत तकलीफ भरी होती है. इसकी वजह से लोगों को कई तरह की असुविधा का भी सामना करना पड़ता है. ज्यादातर लोग शरीर के निचले हिस्से में दर्द या परेशानी का कारण पहचान नहीं पाते हैं. वह नहीं समझ पाते हैं कि उन्हें पाइल्स है फिशर है या फिस्टुला है. तो आज हम इस आर्टिकल के जरिए जानेंगे कि आखिर इन तीनों बीमारियों में क्या अंतर है?
फिस्टुला क्या होता है?
फिस्टुला एक बहुत ही पीड़ादाई बीमारी है. आम भाषा में इसे भगंदर कहा जाता है. इस बीमारी में व्यक्ति के गुदा में फोड़े आने लग जाते हैं. यह फोड़े उठने बैठने चलने में भी तकलीफ देने लगते हैं. मल त्यागने में बहुत ज्यादा समस्या आती है. कई बार तो यही वजह होती है कि वह टॉयलेट जाना नामंजूर करते हैं. इस समस्या में मल त्यागने वाले रास्ते से रक्तस्राव हो जाता है. अगर वक्त पर इसका इलाज न किया जाए तो यह कैंसर का भी रूप ले सकता है. यह समस्या ज्यादा शराब, सिगरेट और पुरानी कब्ज ( Constipation) के चलते भी हो सकता. कुछ लोगों में यह समस्या बैक्टीरिया संक्रमण ( Bacterial Infection) के कारण भी हो सकता है. ऐसे लोगों को फाइबर युक्त आहार लेने की सलाह दी जाती है. कई बार तो ये ज्यादा बढ़ जाने पर सर्जरी की भी आवश्यकता होती है.
फिस्टुला के लक्षण:
फिस्टुला होने की निशानी है कि इसमें सबसे पहले गुदा में फोड़े होने लगते है. लंबे समय तक पेट साफ नहीं हो पाता है, गुदा मार्ग में दर्द सूजन या जलन जैसी कई समस्या हो सकती है. कई लोगों का गुदा मार्ग से मवाद भी निकल सकता है, जो बहुत बदबूदार होता है. इन लक्षणों को नजरअंदाज करना आपके लिए गंभीर समस्या पैदा कर सकता है.
फिशर क्या होता है?
फिशर भी फिस्टुला जैसी बीमारी है. इसमें मल त्यागने वाली जगह पर एक प्रकार की दरार आ जाती है, जिन्हें कब्ज होता है या कठोर मल निकलता है उन्हें यह दरार आ जाती है, इसमें भी मल त्यागने में बहुत कठिनाई होती है, क्योंकि दर्द खूब बढ़ जाता है. ज्यादा ऑइली फूड, फास्ट फूड और मैदे से बनी चीजें खाने पर फिशर हो सकता है.
फिशर के लक्षण:
फिशर होने पर वैसे तो कई लक्षण दिखाई देते हैं इनमें से एक है गुदा मार्ग में दर्द होना खून आना मल त्यागने में समस्याएं होना, गुदा से पस आना शामिल है. अगर शुरुआत में ही ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं तो आपको पानी का ज्यादा से ज्यादा सेवन कर देना चाहिए. मसालेदार और मैदे से बनी चीजों को अवॉइड करना चाहिए.
पाइल्स क्या होता है?
बवासीर या पाइल्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें अनस के अंदर और बाहरी हिस्से की शिराओं में सूजन आ जाती है. इसकी वजह से गुदा के अंदरूनी हिस्से में या बाहर के हिस्से में कुछ मस्से जैसे बन जाते हैं, जिनमें से कई बार खून निकलना और दर्द भी होता है. कभी-कभी मल त्यागने के दौरान जोर लगाने पर ये मस्से बाहर की ओर आ जाते हैं. कब्ज पाइल्स की सबसे बड़ी वजह है. कब्ज के होने की वजह से कई बार मल त्याग करते समय दम लगाना पड़ता है और इसी वजह से पाइल्स की शिकायत हो जाती है.
पाइल्स के लक्षण: पाइल्स के लक्षणों में गुदा के क्षेत्र में खुजली या चुभन होने लगता है. अंडरवियर या टॉयलेट पेपर में चिपचिपा म्यूकस आना, गुदा द्वार के आसपास सूजन या रक्त स्राव शामिल है. शुरुआती चरण में पाइल्स दवाई, सेहतमंद उच्च फाइबर वाले आहार और पूरा दिन पानी पीने से ठीक हो सकता है.