Endometriosis: दूसरों का ख्याल रखते रखते एक महिला कब अपना ख्याल रखना भूल जाती है पता ही नहीं चलता.  बाकी फैमिली मेंबर्स का समय पर चेकअप होना जरूरी है लेकिन जब बात खुद की आती है तो कई बार महिलाएं इसे नजरअंदाज कर देती हैं.  यही अनदेखी कई बार सेहत पर भारी पड़ जाती है. वैसे तो महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन कई हार्मोनल डिसीज ऐसी होती है जो शरीर के अंदर पनप तो रही होती है लेकिन जिसके बारे में जानकारी नहीं होती. ऐसी ही बीमारी से हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं जिसका नाम है एंडोमेट्रियोसिस. यह कैसा डिसऑर्डर है जो गर्भाशय की लाइनिंग बनाने वाले टिशु से मिलता हुआ टिशु यूटेराइन कैविटी से बाहर डेवलप होने लगता है.  बॉलीवुड और साउथ एक्ट्रेस श्रुति हसन भी इस बीमारी का सामना कर चुकी हैं.  चलिए जानते हैं एंडोमेट्रियोसिस क्या है और इसके लक्षण और उपचार क्या हैं. 

 

 क्या है एंडोमेट्रियोसिस डिसऑर्डर 

जब ओवरी, बाउल और पेल्विस की लाइनिंग के टीश्यू पर एंडोमेट्रियल टिश्‍यू डेवलप होने लगते हैं, तब एंडोमेट्रियोसिस की समस्‍या शुरू होती है.लगभग 40 प्रतिशत महिलाओं को एंडोमेट्रियोसिस की वजह से कंसीव करने में दिक्‍कत आती है. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं एंडोमेट्रायोसिस क्या है, क्या हैं इसके लक्षण और उपचार. 

 

एंडोमेट्रियोसिस के लक्षण 


  • पीरियड के दौरान पीठ दर्द

  • सीवियर मेंस्ट्रुअल क्रैम्प 

  • पीरियड के दौरान पेशाब करते समय दर्द 

  •  मासिक धर्म के दौरान असामान्य या हैवी ब्लीडिंग 

  • यूरिन में ब्लड 

  •  दस्त या कब्ज

  •  पेनफुल फिजिकल रिलेशन 

  •  थकान जो दूर नहीं होती 

  •  गर्भवती होने में परेशानी


 


एंडोमेट्रियोसिस का इलाज 

 

 एंडोमेट्रियोसिस का कोई एक इलाज नहीं है. उपचार में आमतौर पर सर्जरी या दवा शामिल होती है. आपको बेहतर महसूस करने में मदद करने के लिए आपको अलग अलग ट्रीटमेंट्स को आजमाने की जरूरत हो सकती है.

 

 

पेन मेडिसिन-  आपका डॉक्टर एक ओवर-द-काउंटर पेन रिलीव मेडिसिन आपको दे सकता. नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAID's) जैसे इबुप्रोफेन (एडविल, मोट्रिन) या नेप्रोक्सन (एलेव) कई लोगों के लिए काम करती हैं. अगर ये दवाइयां आपके दर्द से राहत नहीं देती हैं, तो दूसरे ट्रीटमेंट्स अपना सकते हैं. 

 

 हार्मोन- हार्मोन थेरेपी आपकी बॉडी में क्रिएट एस्ट्रोजन की क्वांटिटी को कम करती है और आपके पीरियड्स को रोक सकती है. ये घावों को कम खून बहने में मदद करता है ताकि ज्यादा स्वेलिंग और सिस्ट फॉर्मेशन न हो. 


 


सर्जरी- डॉक्टर एन्ड्रोमेट्रोयोसिस के मरीजों में एफेक्टेड टिश्यू को बहार निकालने के लिए सर्जरी रेकमंड कर सकते हैं. कुछ मामलों में, सर्जरी सिम्पटोमेटिकली मदद करती है और आपके प्रेगनेंट होने की संभावना को बढ़ा सकती है. आपके डॉक्टर लेप्रोस्कोप का इस्तेमाल कर सकते हैं या एक स्टैंडर्ड सर्जरी कर सकते हैं. सबसे गंभीर मामलों में, आपको अपने ओवरीज और यूटेरस को बाहर निकालने के लिए हिस्टेरेक्टॉमी सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है. 

 

यह भी पढ़ें