Endometriosis: हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस और शिल्पा शेट्टी की बहन शमिता शेट्टी की एंडोमेट्रियोसिस सर्जरी हुई. शमिता ने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया और इस बीमारी के बारे में लोगों को बताया, साथ ही महिलाओं को यूट्रस की इस बीमारी से सावधान और जागरूक रहने की सलाह दी.
हमारे देश में करीबन 4.2 करोड़ महिलाएं एंडोमेट्रियोसिस बीमारी से जूझ रही हैं, लेकिन उन्हें इस बीमारी का समय पर पता ही नहीं चल पाता है, क्योंकि जिसे वह सामान्य दर्द, ब्लीडिंग या क्रैम्प समझ कर नजरअंदाज कर देती हैं वह बाद में जाकर एंडोमेट्रियोसिस की प्रॉब्लम पैदा कर सकता है.
क्या होता है एंडोमेट्रियोसिस ?
एंड्रियोमेट्रियोसिस महिलाओं में यूट्रस से जुड़ी एक बीमारी है. दरअसल, यूट्रस की लाइनिंग को एंडोमेट्रियम कहा जाता है. एंडोमेट्रियम ही पीरियड्स के दौरान हर महीने ब्लीडिंग के रूप में महिलाओं के शरीर से बाहर निकलता है, लेकिन जब ये एंडोमेट्रियम उन जगहों पर बढ़ जाता है जहां इसे नहीं बढ़ना चाहिए जैसे ओवरी, आंत और पेल्विक कैविटी तो यहां से खून बाहर निकालने की वजह अंदर ट्यूब में ही जम जाता है, जिससे गर्भाशय से संबंधित समस्या हो सकती है और महिलाओं को प्रेगनेंसी में भी समस्या आती है.
एंडोमेट्रियोसिस के सामान्य लक्षण
एंडोमेट्रियोसिस के सामान्य लक्षणों की बात करें तो इसमें पेल्विक पेन होता है, जो नाभि के नीचे आमतौर पर कमर के पास होता है. इसके अलावा पीरियड्स के दौरान या ओवुलेशन के दौरान असहनीय दर्द, यौन संबंध बनाने के दौरान भी हल्का या बहुत ज्यादा दर्द, यूरिन करने में परेशानी, पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होना शामिल है. इतना ही नहीं एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं को लगातार थकान और कमजोरी भी महसूस होती है.
एंडोमेट्रियोसिस के संभावित इलाज
अब बात आती है कि एंडोमेट्रियोसिस का इलाज किस तरह संभव है, तो इसके लिए डॉक्टर की लिखी हुई दवाइयां ली जा सकती है. हार्मोनल थेरेपी बहुत कारगर होती है. इसके अलावा अगर एंडोमेट्रियोसिस की स्थिति बढ़ जाए तो लेप्रोस्कोपी सर्जरी के जरिए भी इसे ठीक किया जा सकता है. इसके अलावा महिलाओं को एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीनी चाहिए, जिसमें बैलेंस डाइट, एक्सरसाइज, स्ट्रेस फ्री लाइफ स्टाइल अपनानी चाहिए, ताकि वह एंडोमेट्रियोसिस से बचाव कर सकें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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