ChatGPT Contents: आपने कई लोगों को देखा होगा, जिन्हें अलग रहना पसंद आता है. वो कम ही बाहर निकलते हैं और उनके लिए हमेशा ही लॉकडाउन लगा रहता है. हो सकता है कि आपको हमेशा घर में रहना पसंद ना हो, लेकिन कुछ लोगों को हमेशा घर में रहना अच्छा लगता है. उन्हें लोगों से मिलना कम पसंद होता है और अपनी ही लाइफ में मस्त रहते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं ऐसा किस वजह से होता है. इस तरह की स्थिति के लिए हिकिकोमोरी शब्द का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर हिकिकोमोरी क्या है और किस वजह से इसे अकेलेपन से जोड़ा जाता है?
क्या है हिकीकोमोरी
दरअसल, हिकिकोमोरी शब्द का इस्तेमाल जापान में किया जाता है. यह जापान में काफी प्रचलित है और ये उन लोगों के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जो पूरी तरह से समाज से अलग हो जाते हैं और एक वैरागी की तरह रहते हैं. यहां तक कि जब वे घर में रहते हैं तो कई दिनों तक नहीं, बल्कि कई महीनों तक घर में रहते हैं और बाहर नहीं निकलते हैं. अगर इस शब्द की बात करेंतो 'हिकिकोमोरी' जापानी शब्द 'हिकी' से आया है, जिसका मतलब है भीतर की ओर खींचना या सीमित होना और 'कोमोरी' का मतलब एकांत या वापसी से है.
अकेलेपन से ग्रसित होते हैं ऐसे लोग
हिकिकोमोरी एक ऐसी स्थिति है, जिसमें सिर्फ अलग होना ही एक मसला नहीं है, जबकि इसमें गहरा मनोवैज्ञानिक संकट शामिल होता है. ये किसी भी टेंशन या ड्रिपेशन जैसी मानसिक स्वास्थ्य स्थिति का लक्षण हो सकता है. हिकिकोमोरी के सटीक कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन माना जाता है कि सोशल प्रेशर, असफलता, इमोशनल प्रॉब्लम्स आधि शामिल हैं. हिकिकोमोरी जापान में एक महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दा है और माना जाता है कि वहां आधा मिलियन यान 5 मिलियन लोग इससे हिकिकोमोरी व्यक्ति हो सकते हैं.
बता दें कि जापानी सरकार ने हिकिकोमोरी व्यक्तियों को समाज में फिर से लाने और मनोवैज्ञानिक सपोर्ट देने के लिए काम किया है और अभी कर रही है. हालांकि, कई प्रयासों के बाद भी उन्हें समाज में शामिल करना काफी मुश्किल होता है.
इस स्टोरी को चैटजीपीटी की मदद से लिखा गया है. इसकी जानकारी चैटजीपीटी पर आधारित है. हालांकि, इसके फैक्ट्स को मैन्युअली चेक किया गया है.
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