How to Do Intermittent Fasting: इंटरमिटेंट फास्टिंग नया कॉस्पेट है वेट लॉस के लिये लेकिन अगर आप 2 जेनेरेशन पहले का रुटीन देखें तो वो भी इसी तरह की डाइट प्लान रखते थे. ब्रेकफास्ट खाने का चलन पिछले 2-3 दशक पहले से शुरू हुआ है. इससे पहले लोग सुबह जगने के बाद सीधे भूख लगने पर खाना खाते थे और फिट भी रहते थे. इस दौर मे इसी रूटीन को Intermittent Fasting का नाम दिया है, जो वजन कम करने के साथ साथ मेंटल और फिजकल हेल्थ को भी इंप्रूव करता है. 


इंटरमिटेंट फास्टिंग से जुड़ी 10 अहम बातें


1- Intermittent Fasting खाने और खाली पेट रहने का रुटीन है जिसमें एक फिक्स टाइम तक खाली पेट रहा जाता है और फिक्स टाइम पर खाया जाता है.


2- कॉमनली 16:8 घंटे का रेशियो इंटरमिटेंट फास्टिंग में फॉलो किया जाता है जिसमें 8 घंटे ब्रेकफास्ट, लंच डिनर कर सकते हैं और 16 घंटे खाली पेट रहना है.


3- अगर आपने रात को 8 बजे डिनर किया है तो सुबह 12 बजे पहला मील खाना है. इसमें 16 घंटे की फास्टिंग हो जाती है.


4- इंटरमिटेंट फास्टिंग वेट लॉस के लिये सबसे आसान और इफेक्टिव तरीका है जिसमें बहुत ज्यादा एक्सराइज या डाइट प्लान की जरूरत नहीं


5- इंटरमिटेंट फास्टिंग से वजन कम होने के साथ साथ इम्यूनिटी बूस्ट होती है, बॉडी में इंफ्लेमेशन कम होता है


6- इंटरमिटेंट फास्टिंग से ग्लोइंग स्किन होता है और बाल भी मजबूत होते हैं


7- इस फास्टिंग से फिजिकल डीटॉक्सिफिकेशन के साथ साथ मेंटल हेल्थ भी इंप्रूव होती है जिससे नींद भी अच्छी आती है


8- अगर कोई डायबिटिक है तो उसे इस डायट को फॉलो नहीं करना चाहिये या फिर डॉक्टर की सलाह के मुताबिक फॉलो करें.


9- अगर किसी को सुबह खाली पेट रहने से एसिडिटी या कोई और प्रॉबल्म होती है तो इंटरमिटेंट फास्टिंग न करें


10- इंटरमिटेंट फास्टिंग में 16:8 का टाइम टेबल फॉलो किया जाता है लेकिन आप चाहें तो 15:9 या 14:10 का रूल भी अपना सकते है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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