क्या पीरियड्स का नाम सुनते ही डर जाती हैं आप...कहीं आपको मेनोफोबिया तो नहीं?
मेनोफोबिया मासिक धर्म को लेकर बहुत ज्यादा डर और चिंता को दर्शाता है.ऐसे लोगों के आस पास भी मासिक धर्म से जुड़ी कोई गतिविधि होती है या कोई बातचीत तो भी उन्हें इरिटेशन औऱ डर महसूस होने लगता है.
What Is Menophobia: जब किसी को किसी चीज से डर लगता है तो हम इसे फोबिया के नाम से जानते हैं. जैसे किसी को ऊंचाई से डर लगता है. किसी को पानी से डर लगता है.वहीं कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं जिन्हें पीरियड्स आने को लेकर भी डर बना रहता है. जी हां पीरियड्स का डर... इसे हम मेनोफोबिया के नाम से जानते हैं. आइए जानते हैं विस्तार से इस बारे में सब कुछ
क्या है मेनोफोबिया?
मेनोफोबिया इसके नाम से ही पता चलता है मासिक धर्म फोबिया या पीरियड्स फोबिया .ये मासिक धर्म को लेकर बहुत ज्यादा डर और चिंता को दर्शाता है.दरअसल पीरियड्स के दिन काफी कठिन होते हैं. हर महिला का अपना अलग अलग अनुभव होता है. किसी को इस दौरान हेवी ब्लीडिंग होती है तो किसी का मूड स्विंग होता है. किसी को काफी ज्यादा दर्द हो जाता है. यानी कुल मिलाकर इस दौरान काफी अनकंफर्टेबल महसूस होता है. ऐसे में कुछ महिलाएं जो इस तरह की कठिनाई फेस करती हैं उन्हें अपने पीरियड्स को लेकर काफी डर बना रहता है. उन्हें ये महसूस होता है कि फिर से उन्हें दर्द, मूड सविंग का सामना करना पड़ेगा.ये डर हल्की परेशानी से लेकर गंभीर तक हो सकता है.कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं कि उनके आस पास भी मासिक धर्म से जुड़ी कोई गतिविधि होती है या कोई बातचीत तो भी उन्हें इरिटेशन औऱ डर महसूस होने लगता है.
मासिक धर्म को लेकर क्यों लगता है डर
पीरियड्स का डर कई कारकों से पैदा हो सकता है जो हर व्यक्ति में अलग-अलग होता है.कुछ महिलाओं ने अपने अतीत में मासिक धर्म से संबंधित दर्दनाक या नकारात्मक घटनाओं का अनुभव किया होगा, जैसे कि शर्मनाक स्थितियाँ, दर्दनाक माहवारी या मासिक धर्म से संबंधित पूरानी प्रथाएं. विशेषज्ञ का कहना है कि ये अनुभव भय और चिंता के विकास में योगदान कर सकते हैं. इसके अलावा, शिक्षा की कमी और मासिक धर्म के बारे में गलत धारणाएं भी भय और परेशानी पैदा करने में भूमिका निभा सकती हैं.
मेनोफोबिया के लक्षण
जिन लोगों को मेनोफोबिया होता है वो मासिक धर्म के बारे में चर्चा करने से घबराते हैं.मासिक धर्म से जुड़े प्रोडक्टस को देखने से बचते हैं.उन समाजिक स्थितियों से बचते हैं जहां मासिक धर्म की चर्चा की जा सकती है.अपने मासिक धर्म की शुरुआत के बारे में लगातार चिंता करना भी एक लक्षण है. विशेषज्ञ का कहना है कि बढ़ती चिंता के समय दिल की धड़कन तेज होना, पसीना आना, कांपना या सांस लेने में तकलीफ जैसे शारीरिक लक्षण भी देखे जा सकते हैं.
बचाव
- मासिक धर्म के बारे में ज्ञान और समझ बढ़ाने से गलत धारणाओं को दूर करने और भय और चिंता को कम करने में मदद मिल सकती है.ये समझना की ये होना जरूरी है.और ये सभी के साथ होता है.
- जिन लोगों को मेनोफोबिया है वह प्रोफेशनल थैरेपिस्ट से हेल्प ले सकते हैं जो एंजाइटी और डर को दूर करने में उन्हें थेरेपी दे सकते हैं. ऐसी रणनीति विकसित कर सकते हैं जो धीरे-धीरे उनके डर का सामना करने में मदद करें.
- ब्रीदिंग एक्सरसाइज और विश्राम तकनीकों का अभ्यास चिंता को कम करने और शांति की भावना को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। इन तकनीकों का उपयोग मासिक धर्म के दौरान या मासिक धर्म से संबंधित स्थितियों से निपटने के दौरान भय और तनाव को प्रबंधित करने में मदद के लिए किया जा सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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