Naseeruddin Shah Disease : एक्टर नसीरूद्दीन शाह की उम्र 73 साल है. कुछ समय पहले ही उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें ओनोमैटोमेनिया नाम की बीमारी है. जिसकी वजह से नॉर्मल रह पाना आसान नहीं हो पाता है. रह-रहकर वे बेचैन हो जाते हैं और अपनी बात बार-बार दोहराते रहते हैं. इस बीमारी से मरीज अपने शब्द या बात को बेवजह रिपीट करते रहते हैं.
ओनोमैटोमेनिया (Onomatomania) का मतलब 'किसी एक शब्द का डर या उससे लगाव हो जाना' या 'एक ही शब्द के बारे में सोच न पाने की निराशा' हो सकता है. कुछ लोग इस शब्द का अर्थ 'एक विशेष शब्द के साथ जुनून होना' भी बताते हैं, जिसे मरीज बार-बार यूज करता है और यह उसके दिमाग पर हावी रहता है. आइए जानते हैं नसीरूद्दीन शाह को हुई इस बीमारी के बारें में...
ओनोमैटोमेनिया कौन सी बीमारी है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ओनोमैटोमेनिया में कोई व्यक्ति जब भी किसी से बात करता है तो किसी शब्द या पूरे वाक्य को बार-बार बोलता है. उन्हीं को दोहराता रहता है, जिन्हें पसंद करता है. इस बीमारी में किसी शब्द के लिए जुनून बन जाता है. ज्यादातर क्रिएटिव लोग, कलाकार, कवि या लेखकों में ये बीमारी देखी जाती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह कोई मनोवैज्ञानिक बीमारी नहीं है. यह सिर्फ एक तरह का रैंडम टर्म है, जिसका असर इंसान की वर्किंग कैपेसिटी पर पड़ सकता है.
ओनोमैटोमेनिया के लक्षण क्या हैं
1. एक ही शब्द या वाक्य को बार-बार दोहराना, उससे लगाव सा हो जाना
2. सोते समय भी उस वक्त भी उस वाक्य को बोलते या दोहराते रहना
3. शब्द ही नहीं किसी फिल्मी डायलॉग को भी दोहरा सकते हैं.
4. शब्द रिपीट करते समय नींद का उड़ जाना, बेचैनी बढ़ जाना
ओनोमैटोमेनिया का इलाज क्या है
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस बीमारी की कोई खास दवा या इलाज नहीं है. अगर इसके लक्षण बढ़ जाए तो डॉक्टर से मिलकर समस्या बतानी चाहिए. जब तक इस बीमारी से दिनचर्या प्रभावित नहीं होती, तब तक इससे खास परेशानी भी नहीं आएगी. गंभीर कंडीशन में डॉक्टर कुछ ट्रीटमेंट दे सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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