क्या है साइकोसिस डिसऑर्डर? जिसमें मरीज हर बात पर करता है शक...सुनाई देती है उलटी-सीधी आवाजें
इंसान उन चीजों पर यकीन करने लगता है जो कि सच है ही नहीं,ऐसी चीजों को सुनना देखना महसूस करना शुरू कर देता है, जो असल में है नहीं
Psychosis: साइकोसिस एक तरह का गंभीर मनोविकार है. इस स्थिति में व्यक्ति कहीं खोया खोया सा रहता है. मरीज असली-नकली, सही-गलत समझने में फर्क ही नहीं कर पता है. इस समस्या में मरीज को ऐसी चीजों पर यकीन होता है जो सच में है ही नहीं. मतिभ्रम जैसी स्तिथि होती है. इस स्थिति में व्यक्ति काल्पनिक बातों और आवास्तविक बातों की ओर ज्यादा ध्यान देता है.आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से
साइकोसिस डिसऑर्डर (Psychosis Disorder)
इस बीमारी में सोचने का तरीका चीजों को महसूस करने का तरीका प्रभावित होता है, जिसका नतीजा ये होता है की वास्तविकता से इंसान का संपर्क ठीक नहीं हो पता है. इंसान उन चीजों पर यकीन करने लगता है जो कि सच है ही नहीं,ऐसी चीजों को सुनना देखना महसूस करना शुरू कर देता है, जो असल में है नहीं और जब ऐसा होता है तो आपके आसपास के लोगों को लगता है कि इंसान झूठ बोल रहा है. जिसके चलते व्यक्ति कभी-कभी चिड़चिड़ा और वायलेंट भी हो जाता है.ये स्थिति और भी बूरी हो जाती है जब मरीज समझता है कि उसके घर-परिवार वाले उसे समझने की कोशिश नहीं करते है
साइकोसिस के लक्षण
- जरूर से ज्यादा सोचना
- फोकस की कमी
- किसी भी तरह की भावनाएं न होना
- दूसरों के विश्वास से मेल ना खाना
- ऐसी आवाज़ सुनाई देना जो कभी दी ही नहीं गई
- बार-बार शक करने की आदत होना
- बातचीत करते वक्त विषय बदल देना
- परिवार या दोस्तों से दूरी बनाना
- खुदकुशी के विचार आना
- डिप्रेशन
- ज्यादा देर तक सो नहीं पाना
- बार-बार ऐसा लगा कि लोग उसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं
- कोई उसका पीछा कर रहा है
- कैमरे के जरिए कोई उसे पर नजर रख रहा है
साइकोसिस का कारण
- ट्रॉमा की वजह से भी ये बीमारी हो सकती है. बचपन या किशोर अवस्था में कोई बुरी घटनाएं जैसे यौन शोषण या फिर किसी का एक्सीडेंट होना या किसी की मौत से प्रभावित होकर इस तरह का मानसिक संतुलन गड़बड़ा सकता है और साइकोसिस जैसी बीमारियां हो सकती है.
- जरूर से ज्यादा नशीले पदार्थ, शराब, ड्रग्स के सेवन से भी मेंटल डिसऑर्डर जैसी समस्याएं होती है.
- टॉक्सिन जैसे यूरिमिया के बढ़ने से भी यह बीमारी हो सकती है
- साइकोसिस दिमाग में रसायन के असंतुलन के कारण होता है.
- न्यूरोट्रांसमीटर मस्तिष्क में रसायन होते हैं जो तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संकेतों को पहुंचाने के लिए जिम्मेदार होते हैं. डोपामिन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरो ट्रांसमीटर में असंतुलन के कारण मेंटल डिसऑर्डर हो सकते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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