What Is Real Butter: बटर की जब भी बात होती है, हमारे दिमाग में लाइट येलो कलर के बटर का पैकेट घूमने लगता है. क्योंकि हममें से ज्यादातर लोग तो बटर के नाम पर पाम ऑइल से बने इस सेमी-बटर प्रॉडक्ट को ही खाकर बड़े हुए हैं. वैसे आप चाहें तो इस मॉर्डन बटर को असली इंडियन बटर की सस्ती कॉपी कह सकते हैं! जी हां, क्योंकि भगवान कृष्ण के देश में गाय के दूध से बनने वाला बटर स्वाद, महक और सेहत के गुणों का खजाना होता है.


आप असली बटर का स्वाद चखना चाहते हैं (Real form of Indian Butter) तो यूपी, हरियाणा, पंजाब जैसे राज्यों में बसे गांवों के उन घरों में जाकर इसका स्वाद चख सकते हैं, जहां आज भी मिट्टी की हांडी में दही मथने वाली रही लगाकर मक्खन निकाला जाता है. वो मक्खन ही असली बटर (Real butter) है, जिसे ताजा-ताजा खाया जाता है. गर्मागर्म चपाती पर आप जिस दिन उस देसी बटर (Desi Butter) को लगाकर खा लेंगे, यकीन मानिए इसके स्वाद के दीवाने हो जाएंगे.


क्यों फायदेमंद होता है देसी मक्खन?


यंग जनरेशन बटर और घी के नाम से दूर भागने लगती है, क्योंकि इन्हें लगता है कि इनको खाने से फैट बढ़ता है, फिटनेस खराब होती है और कई तरह की बीमारियां भी घेर लेती हैं...दरअसल, गलती इस जनरेशन की भी नहीं है, क्योंकि इन्होंने जो बटर और घी देखा है, खाया है या जिसके बारे में इन्हें जानकारी है, उसे खाने के बाद यही सब होता है. जबकि असली मक्खन और घी, कभी इन समस्याओं का कारण नहीं बनते हैं.


अब आप सोचेंगे कि मेट्रो सिटीज के 2BHK प्लैट में रहने वाले लोग गाय कहां पालें, जो असली बटर और घी खा सकें? तो आपकी इस समस्या का समाधान है, गांव कनेक्शन. यदि आपके रिलेटिव्स गांव में रहते हैं या कोई भी जान-पहचान आप गांव में रखते हैं तो वहां से असली मक्खन और शुद्ध घी मंगवाने का प्रयास करें. या गौशाला में संपर्क करें, वहां भी घी, दूध और मक्खन शुद्ध रूप में मिल जाता है. इससे दो फायदे होंगे, आपकी सेहत बनी रहेगी और गौपालकों को पैसे का सपॉर्ट हो जाएगा. अब जानें असली मक्खन और घी कैसे शरीर को फायदा पहुंचाता है और मोटापा भी नहीं बढ़ाता.


मक्खन खाने के फायदे 



  • मक्खन में बीटा-कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह हमारे शरीर के लिए एक जरूरी कंपाउंड है, जिसे हमारा शरीर विटामिन-ए में कनवर्ट करता है और आंखों के साथ स्किन, बोन्स और हेयर की हेल्थ का ध्यान रखता है.

  • मक्खन में गुड कॉलेस्ट्रॉल पाया जाता है, जिसे मेडिकल की भाषा में लिपोप्रोटीन और HDL कहा जाता है. यह हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी होता है. हर दिन एक चम्मच मक्खन खाना पर्याप्त होता है. ध्यान रहे हम गाय के घी से तैयार ताजे मक्खन की बात कर रहे हैं.

  • फिजिकल हेल्थ के साथ ही मक्खन ब्रेन हेल्थ के लिए भी जरूरी होता है. क्योंकि इसमें पाया जाने वाला कॉलेस्ट्रॉल ब्रेन और नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने में मदद करता है.

  • घर का बना ताजा मक्खन जोड़ों के दर्द यानी जॉइंट्स पेन की संभावना को भी कम करता है, क्योंकि इसका सीमित मात्रा में नियमित सेवन करने से बॉडी जॉइंट्स को जरूरी लुब्रिकेशन मिलता रहता है.


घी खाने के फायदे



  • देसी गाय के घी में विटामिन्स बहुत अच्छी मात्रा में होते हैं. इससे शरीर को विटामिन-ए, विटामिन-डी, विटामिन-ई और विटामिन-के मिलता है.

  • गाय का घी ऐंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है. इस कारण यह हार्ट डिजीज और कुछ स्पेसिफिक टाइप के कैंसर से भी शरीर को बचाता है. 

  • एक टेबल स्पून गाय के घी में करीब 130 कैलरी होती हैं और अनुमान के हिसाब से करीब 15 ग्राम हेल्दी फैट होता है. इसलिए यह स्किन सेल्स, मसल्स और आर्टरीज को जरूरी मात्रा में नैचरल लुब्रिकेशन देता है.

  • गाय के घी में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होते हैं, जो अखरोट सहित बहुत ही कम वेज फूड्स में सही मात्रा में पाए जाते हैं. इसलिए इस खास और बेहद जरूरी न्यूट्रिशन की पूर्ति के लिए भी आपको गाय के घी का सेवन करना चाहिए.


हर दिन कितनी मात्रा में घी खाना चाहिए?



  • अगर आप बहुत अधिक शारीरिक श्रम नहीं करते हैं तो आपको हर दिन दो चम्मच से अधिक गाय के घी का सेवन नहीं करना चाहिए. क्योंकि इतनी मात्रा में लिया गया घी आपके शरीर को जरूरी कैलरी, फैट और लुब्रिकेशन देने के लिए काफी है.

  • गाय का घी खाने से एनर्जी का लेवल बना रहता है. इससे आप डेली लाइफ में अधिक ऐक्टिव रह पाते हैं, जो सीधे तौर पर आपकी प्रॉडक्टिविटी को इंप्रूव करने का काम करती है. इसलिए भी आपको घी का सेवन करना चाहिए.

  • आप अगर वेट लॉस डायट ले रहे हैं, तब भी आप गाय के घी का सेवन कर सकते हैं. क्योंकि कई सरप्राइजिंग कारणों के चलते गाय का घी वजन बढ़ाने का नहीं बल्कि एक्सट्रा फैट को हटाने के काम करता है! लेकिन यह फायदा तभी मिलता है, जब आप इसे सही मात्रा में खाएं और अपनी डायट पर भी नजर रखें.

  • घी में विटामिन बी 12 भी होता है, जो एक फैट सॉल्यूबल विटामिन है यानी आसानी से भोजन में मौजूद घी और ऑइल में मिलकर शरीर के अंदर पहुंच जाता है और बॉडी की एनर्जी और साउंडनेस को बनाए रखने का काम करता है. क्योंकि यह शरीर में मौजूद जरूरी फैटी टिश्यूज में स्टोर हो जाता है और लिवर को हेल्दी रखने के लिए जरूरी स्टोरेज में भी अपनी जगह तुरंत बना लेता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


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