मां बनना हर महिला के लिए किसी सुनहरे सपने के सच होने से कम नहीं होता है और इस खुशी का पता लगाने के लिए महिलाएं या तो घर पर यूरिन टेस्ट करके इसका पता लगाती हैं या फिर डॉक्टर के पास जाकर सोनोग्राफी करवाती हैं या ब्लड टेस्ट के जरिए प्रेगनेंसी टेस्ट होती है. लेकिन इन दिनों कोविड-19 टेस्ट की तर्ज पर सलाइवा बेस्ड प्रेगनेंसी टेस्ट किया जा रहा है, जिससे आसानी से पॉजिटिव और नेगेटिव प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है. तो चलिए आज हम आपको बताते हैं सलाइवा बेस्ड प्रेगनेंसी टेस्ट के बारे में. 



क्या होता है सलाइवा प्रेगनेंसी टेस्ट 


2016 में इजरायल के यरुशलम में हिब्रू यूनिवर्सिटी में एक स्टार्टअप शुरू किया गया, जिसका नाम था सेलिग्नॉस्टिक्स. 6 साल की कड़ी मेहनत के बाद इस स्टार्टअप ने 2022 में एक ऐसी किट बनाई जिसके जरिए कोई भी महिला आसानी से अपनी लार के जरिए प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं. इस कंपनी ने 300 महिलाओं पर यह टेस्ट किया, इनमें सामान्य महिलाएं और गर्भवती महिलाएं भी शामिल थीं. इस रिसर्च के सफल होने के बाद इजरायल में इस किट को उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके साथ ही ब्रिटेन और आयरलैंड में भी इस किट को मंजूरी मिल गई है. 


कैसे काम करती है यह किट 


एक्सपर्ट्स ने बताया है कि इस किट का इस्तेमाल महिलाएं आसानी से कर सकती हैं और चंद सेकंड में प्रेगनेंसी का पता लगा सकती हैं. इसके लिए इसमें दी गई एक स्ट्रिप को मुंह में रखना है, फिर निकाल कर इसे ट्यूब में डालना होता है, जिसके जरिए प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है. यह प्रेगनेंसी टेस्ट करने का एक आसान तरीका है, जिसके कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होते हैं.


भारत में इन तरीकों से होते हैं प्रेगनेंसी टेस्ट 


अभी यह सलाइवा प्रेगनेंसी टेस्ट किट भारत में उपलब्ध नहीं है. भारत में अभी तक स्ट्रिप प्रेगनेंसी किट उपलब्ध होती है, जिससे यूरिन के जरिए प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है. यह 99% तक सही होती है. इसके अलावा कप प्रेगनेंसी किट भी मार्केट में अवेलेबल है और सोनोग्राफी और ब्लड टेस्ट के जरिए भी प्रेगनेंसी का पता लगाया जा सकता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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