क्या आप भी चार लोगों के बीच जाने से कतराते हैं? कहीं आपको सोशल फोबिया तो नहीं...जानिए इसके लक्षण
Social Phobia: सोशल फोबिया जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो व्यक्ति को चार लोगों के बीच में जाने से डर लगता है. ऐसे लोगों को लगता है कि अगर वो चार लोगों के बीच में जाएगा तो लोग उसका अपमान कर देंगे.
Social Phobia: क्या आप भी चार लोगों में जाने से कतराते हैं? क्या आपको भी हर वक्त यह डर लगा रहता है कि लोग आपको जज करेंगे. अगर हां तो समझ जाइए कि आप सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार हो चुके हैं. इसे सोशल फोबिया के नाम से भी जाना जाता है. ये एक तरह की मानसिक बीमारी है तो चलिए जानते हैं इस बीमारी के लक्षण कारण और इलाज के बारे में विस्तार से.
क्या है सोशल फोबिया?
सोशल फोबिया जिसे सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर के नाम से जाना जाता है ये एक बहुत ही कॉमन प्रॉब्लम है.आपको बता दें कि ये फोबिया हर किसी में होता है.इसके चलते लोग ऑफिस में प्रेजेंटेशन देने में नर्वस हो जाते हैं.इंटरव्यू में जाने से घबराहट होती है.आमतौर पर सामाजिक परिस्थितियों में लोग नर्वस हो जाते हैं.मगर ये घबराहट काफी लंबे समय तक बनी रहे औऱ जीवन को बुरी तरह से प्रभावित करे तो इसे सोशल फोबिया का लक्षण माना जाता है. जब ये फोबिया जरूरत से ज्यादा बढ़ जाए तो व्यक्ति को चार लोगों के बीच में जाने से डर लगता है. ऐसे लोगों को लगता है कि अगर वो चार लोगों के बीच में जाएगा तो लोग उसका अपमान कर देंगे.ऐसा व्यक्ति जजमेंट से घबराता है. सोशल फोबिया होने के कारण व्यक्ति किसी भी लोग से मिलने जुलने से डरता है. किसी से भी बात करने में शर्मिंदगी महसूस होती है.ऐसा व्यक्ति चार लोगों के बीच में सहमा सहमा सा रहता है.ये स्थिति कभी कभी इतनी बुरी हो जाती है कि लोग रेस्टोरेंट या शादी वगैरह में खाना खाने से कतराते हैं
सोशल फोबिया के लक्षण ?
- लोगों के बीच जाने से डरना
- पब्लिक स्पीकिंग से डरना
- इंटरव्यू में बैठने से डरना
- प्रेजेंटेशन या परफॉर्मेंस देने में नर्वस हो जाना
- सेंटर ऑफ़ अट्रैक्शन बनने का डर
- चार लोगों के बीच खाना खाने से डरना
- खुद को चार लोगों की नजरों से बचने के लिए जद्दोजहद करना
- अपमानित होने का डर लगा रहना
- जजमेंट टसे घबराना
- बोलते वक्त कांपना
- चार लोगों के बीच बात करते वक्त पसीना छूटना
- दिल की धड़कन अचानक से बढ़ना
सोशल फोबिया के कारण?
- ये समस्या अनुवांशिक भी हो सकती है. अगर माता पिता में से किसी एक को यह समस्या है तो बच्चों में भी सोशल फोबिया होने की संभावना होती है.
- ट्रॉमा या फिर कोई बुरी घटनाएं जिसके कारण लोगों से बातचीत करने में डर लगता है.
- माता पिता का बच्चों को जरूरत से ज्यादा कंट्रोल करना भी इस बीमारी का कारण हो सकता है.
- इसके पीछे ब्रायन केमिस्ट्री भी जिम्मेदार हो सकते हैं
सोशल फोबिया का इलाज
सोशल फोबिया के इलाज के लिए डॉक्टर कई तरह की दवाई या थेरेपी देते हैं. इसमें कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी दी जाती है. इसके अलावा योग और मेडिटेशन इस बीमारी में काफी मददगार साबित हो सकते हैं. काउंसलर की मदद से बीमारी पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है.
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