गैस, ब्लोटिंग और अपच... गलत टाइम पर फल खाने से होती हैं ये दिक्कतें, जानें क्या है फ्रूट खाने का सही समय
Best Time To Eat Fruits: डेली लाइफ से जुड़े कई हेल्थ इश्यू दूर हो जाएंगे यदि आप शाम 4 बजे के बाद फल खाना बंद कर दें. यहां जानें आयुर्वेद में शाम को फल खाने के लिए क्यों मना किया गया है...
Ayurvedic Health Tips: ये बात हम सभी जानते हैं कि फ्रूट्स बहुत हेल्दी होते हैं और यही कारण है कि डायटीशियन और डॉक्टर्स हर दिन कम से कम एक फल जरूर खाने की सलाह देते हैं. खासतौर पर सीजनल फ्रूट्स ना की कोल्ड स्टोर से लाए गए फल. लेकिन क्या आपको पता है कि हेल्दी चीजें भी अगर सही समय और सही विधि से ना खाई जाएं तो सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं... यह नियम फलों पर भी लागू होता है. यदि आप फलों को सही समय पर नहीं खाते हैं तो इन्हें खाने का फायदा तो शरीर को नहीं मिलेगा, साथ ही सेहत को नुकसान हो सकते हैं.
आयुर्वेद के अनुसार, फल खाने का सबसे सही समय दोपहर का समय होता है. ना तो दिन की शुरुआत में यानी सुबह के समय फल खाने चाहिए और ना ही शाम को सूरज छिपने के बाद. लेकिन आयुर्वेद में सूरज छिपने की नहीं बल्कि प्रहर बदलने की बात को प्राथमिकता दी गई है. शायद इसीलिए आयुर्वेदाचार्य और डायटिशियन शाम 4 बजे के बाद फल खाने से मना करते हैं. जो लोग फल खाने से जुड़ी इस बात का ध्यान नहीं रखते उन्हें अक्सर कई हेल्थ प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है...
4 बजे के बाद फल खाने से होती हैं ये समस्याएं
- पेट में गैस बनना
- पेट में भारीपन
- भोजन करते ही नींद आना
- खट्टी डकारें आना
- पेट फूलना
- अपच की समस्या
- शरीर में दर्द बढ़ जाना
शाम के समय क्यों नहीं खाने चाहिए फल?
- फल शीतल गुणों के होते हैं यानी इनकी तासीर ठंडी होती है. साथ ही ये मीठा और कसैला स्वाद लिए हुए होते हैं. इस कारण इन्हें खाने के बाद पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं. क्योंकि फ्रूट्स का डायजेशन सही से ना होने की स्थिति में पेट में अम्ल की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे खट्टी डकार आना, सीने पर जलन होना, पेट में भारीपन जैसी समस्याएं होने लगती हैं.
- शाम 4 बजे के बाद सूरज के ढलने का समय हो जाता है और इसके साथ ही हमारी बायॉलजिकल क्लॉक भी बदलने लगती है. हमारी बॉडी धीरे-धीरे शांत और स्लीपिंग मोड की तरफ बढ़ने लगती है. ऐसे में ठंडी प्रकृति के फलों के पचाने के लिए जिस हाई एनर्जी की जरूरत होती है, वो बॉडी में नहीं होती और अपच संबंधी समस्याएं शुरू हो जाती हैं.
- आयुर्वेद की भाषा में बात करें तो शाम 4 बजे के बाद यदि आप फलों का सेवन करते हैं तो इससे शरीर में वात और कफ की वृद्धि होती है. वात यानी वायु शरीर में दर्द, जकड़न बढ़ाती है जबकि कफ के कारण सूजन, तनाव जैसी समस्याएं होती हैं.
फल खाने का सही समय क्या है?
फ्रूट्स खाने का सही समय होता है जब सूरज पूरी तरह आसमान में छाया हुआ हो. आप सुबह नाश्ते और लंच के बीच के समय में यानी करीब 11-12 बजे फ्रूट्स खा सकते हैं. इसके बाद लंच और डिनर के बीच के टाइम में तीन-साढ़े तीन बजे फ्रूट्स खा लें. इसके बाद नहीं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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