क्या आप भी हैं इनका शिकार...5 छोटी-छोटी आदतें, जो बिगाड़ देती हैं पेट का हाजमा और हो जाती है कब्ज की समस्या
Constipation: आपको बार-बार कब्ज की समस्या हो जाती है या फिर हमेशा ही कब्ज रहता है तो इसकी वजह ये 5 आदतें हो सकती हैं. देखें, कहीं इन्हीं के चलते तो आप परेशान नहीं है...
Cause Of Constipation: कब्ज एक ऐसी समस्या बन चुकी है, जिससे ज्यादातर लोग परेशान रहने लगे हैं. खासतौर पर वे लोग जो घंटों बैठकर काम करते हैं. सिटिंग जॉब वाले लोग अक्सर पेट और पाचन संबंधी समस्याओं को फेस करते हैं. कब्ज की बढ़ती समस्या का कारण सिर्फ सिटिंग जॉब नहीं है बल्कि डायट, लाइफस्टाइल और फिजिकल ऐक्टिविटीज की कमी के कारण भी यह समस्या ट्रिगर होती है.
आज हम आपके लिए यहां डेली लाइफ से जुड़े कुछ ऐसे कामों और ऐक्टिविजी की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें करने से आपका डायेस्टिव सिस्टम कमजोर हो जाता है और आप कब्ज की चपेट में आने लगते हैं. साथ ही यह भी बताया गया है कि आखिर बातों का ध्यान रखकर आप अपने पाचन को इंप्रूव कर सकते हैं.
डायजेशन बिगाड़ने वाली 5 आदतें
- जल्दी-जल्दी भोजन करना
- घंटों एक ही जगह बैठे रहना
- एक्सर्साइज ना करना
- भोजन के साथ पानी पीना
- खड़े होकर पानी पीना और तेजी से पानी पीना
इस बात का रखें ध्यान
आप जब खाना खाने बैठे हों तो सिर्फ खाना ही खाएं. यानी आपका पूरा फोकस अपने भोजन की प्लेट पर होना चाहिए. ना कि टीवी, लैपटॉप या मोबाइल में.
ऐसा सिर्फ इसलिए नहीं कहा जाता क्योंकि ये खाना खाते समय टीवी देखना गंदी आदत है बल्कि इसलिए भी कहा जाता है क्योंकि जब आप पूरा फोकस खाने पर रखते हैं तो आपको भोजन की तृप्ति मिलती है. आपको इंडिकेशन फील होते हैं कि अब आपका पेट भर गया है और आप समय से इन संकेतों को समझ पाते हैं.
ऐसा होने से आप ओवर इटिंग से बचते हैं, जिससे पेट भी सही रहता है, डायजेशन भी इंप्रूव होता है और फैट भी नहीं बढ़ता.
जब आप काम कर रहे हों तो आपका पूरा फोकस काम पर ही होना चाहिए. कहीं और नहीं. ठीक इसी तरह जब आप खाना खा रहे हों तो पूरा फोकस खाने पर होना चाहिए कहीं और नहीं. जब आप इन दोनों समय पर अपना फोकस बनाकर काम करते हैं तो बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोन कार्टिसोल का सीक्रेशन कंट्रोल होता है. इस हॉर्मोन का बुरा असर डायजेशन पर भी पड़ता है, मेंटल हेल्थ पर भी और मोटापा भी बढ़ता है.
डायजेशन कैसे बढ़ाएं?
- सिटिंग जॉब में हैं और हर दिन एक्सर्साइज का समय नहीं निकाल पाते हैं तो खाना खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि धीरे-धीरे चबाकर और छोटे-छोटे कोर खाएं. यानी आपकी बाइट्स छोटी होनी चाहिए. ऐसा करने से एक्सर्साइज की कमी तो पूरी नहीं होती है लेकिन बिना एक्सर्साइज के पाचन पर पड़ने वाले बुरे असर को कंट्रोल किया जा सकता है.
- साथ ही जब आप छोटी बाइट्स को धीरे-धीरे चबाकर खाते हैं तो टेस्ट बड्स शांत होती हैं. इससे आपको बार-बार क्रेविंग नहीं होती और आप एक्सट्रा कैलोरीज लेने से बच जाते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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