डेंगू बुखार आज भारत समेत कई देशों में एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बन गया है. डेंगू एक गंभीर वायरल बुखार है जो मच्छरों के काटने से फैलता है. डेंगू का प्राथमिक वाहक एडीज एजिप्टी नामक एक विशेष प्रकार का मच्छर होता है. डेंगू का कारण बनने वाला वायरस चार प्रकार का होता है जिनमें से कोई भी वायरस इस बीमारी को पैदा कर सकता है. इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, शारीरिक पीड़ा और चकत्ते शामिल हैं. अगर सही समय पर इलाज न किया जाए तो यह जानलेवा भी साबित हो सकती है. आइए जानते हैं डेंगू के मच्छर की खासियतों के बारे में..


डेंगू का मुख्य वाहक एडीज एजिप्टी नामक मच्छर होता है. यह एक बहुत ही खास प्रकार का मच्छर होता है. आइए जानते हैं



  • आकार में यह बहुत छोटा मच्छर होता है जिसकी लंबाई केवल कुछ ही मिलीमीटर होती है.

  • इसका रंग काला होता है लेकिन इसके शरीर पर सफेद रंग के धब्बे भी मौजूद होते हैं जो इसे आसानी से पहचानने में मदद करते हैं. 

  • यह मच्छर काफी तेजी से उड़ सकता है और लंबी दूरी तक पहुँच सकता है. 

  • इसमें काटने और खून चूसने की बहुत तीव्र क्षमता होती है.

  • यह मच्छर दिन के समय भी सक्रिय रहता है, सुबह और शाम को सबसे ज्यादा काटते हैं, लगभग सुबह 7 से 10 बजे तक और शाम 4 से 6 बजे तक. 

  • यह किसी भी स्थान पर काट सकता है, घर के अंदर भी. 

  • इसका जीवनकाल आमतौर पर 2 से 4 हफ्ते का होता है. 


डेंगू के मच्छर दिन में सक्रिय क्यों होते हैं जानें 



  • दिन के समय इन्हें आसानी से मनुष्यों और प्राणियों पर पहुंचने में मदद मिलती है जो इनके लिए खून का आसान स्रोत होते हैं. 

  • दिन में वातावरण में गर्मी होती है जो इनके शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद करती है. 

  • दिन में हवा अधिक होती है जो उनके लिए अनुकूल होती है.

  • दिन के समय अधिक व्यायाम व गतिविधियां होने से मनुष्यों की त्वचा पर अधिक पसीना आता है जो मच्छरों को आकर्षित करता है.

  • दिन में मनुष्यों को मच्छरों से बचने के लिए सावधानी कम बरतते हैं इस लिए ये मच्छर ज्यादा काटते हैं. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें 


डेंगू और चिकनगुनिया दोनों होते तो मच्छर के काटने से हैं, फिर दोनों के फर्क क्या है?