Frozen Desserts: कई लोगों की आदत होती है कि वह खाना खाने के बाद मीठा खाते हैं. मीठा में मिठाई, आईसक्रीम, फ्रोजन डेजर्ट कुछ भी हो सकता है. खासकर गर्मियों में लोग खाना खाने के बाद ठंडे-ठंडे रबड़ी, कुल्फी और फ्लेवर्ड आइसक्रीम खाते हैं. कई लोग तो आईसक्रीम को लेकर इतने ज्यादा क्रेजी होते हैं कि वह फ्रोजन डेजर्ट खाते ही खाते हैं. अगर आपको भी रोजाना आइसक्रीम खाने की लत लगई है तो सावधान हो जाएं. गर्मी में ठंडी-ठंडी आइसक्रीम और फ्रोजन डेजर्ट आपके लिए सजा भी बन सकता है. आइए जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में. साथ ही यह भी जानेंगे कि इससे कौन सी बीमारी हो सकती है?


फ्रोजन डेजर्ट दूध से नहीं बल्कि वेजिटेबल ऑयल से बनते हैं


न्यूट्रीनिस्ट के मुताबिक फ्रोजन डेजर्ट दूध से नहीं बल्कि वेजिटेबल ऑयल से बनते हैं. यह बात किसी से छिपी नहीं है बल्कि यह उसके पैकेजिंग पर साफतौर पर लिखा हुआ है. इसमें  10.2 प्रतिशत वेजिटेबल ऑयल और वेजिटेबल प्रोटीन होते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं इसमें ऑरिजनल मिल्क का इस्तेमाल भी नहीं होता है. इसे बनाने के लिए केमिकल्स का यूज किया जाता है. ऑनली हेल्थ में छपी लखनऊ के वेलनेस डाइट क्लीनिक की डायटीशियन डॉ. स्मिता सिंह के मुताबिक इसमें काफी मात्रा में मिल्क पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है जिससे डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल होने का खतरा बढ़ जाता है. इससे दिल से जुड़ी बीमारी भी हो सकती है. 


फ्रोजन डेजर्ट में डला होता है लिक्विड ग्लूकोज


फ्रोजन डेजर्ट को बनाने के लिए लिक्विड ग्लूकोज का इस्तेमाल किया जाता है. चीनी के बदले इसका यूज किया जाता है. इसके इस्तेमाल के पीछे का कारण यह है कि इसे काफी खूबसूरत दिखाया जा सके. जिसकी वजह से इसे खाने के बाद ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ता है. जाहिर सी बात है कि जब ब्लड में शुगर लेवल बढ़ेगा तो डायबिटीज की समस्या हो सकती है. इसलिए खुद और अपने बच्चों को यह मीठा जहर खाने से रोकें. यह सेहत के लिए बेहद हानिकारक है. 


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