टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज एक दूसरे से कितना है अलग, जान लें इसके शुरुआती लक्षण और कारण
टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बीच का अंतर अक्सर आम लोग समझ नहीं पाते हैं. इस आर्टिकल के जरिए आपको बताते हैं इसके शुरुआती लक्षण और कारण

देश-दुनिया में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. खासकर इन दिनों युवाएं इस बीमारी के मरीज बन रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण युवाओं में इस बीमारी का खतरा बढ़ रहा है. जैसा कि आपको पता है डायबिटीज 2 तरह की होती है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज. हालांकि आम लोग इन दोनों के बीच का अंतर समझ नहीं पाते हैं. इस आर्टिकल के जरिए आपको बताते हैं इसके शुरुआती लक्षण और कारण. खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण ज्यादातर युवाएं तेजी से डायबिटीज की बीमारी का शिकार हो रहे हैं. जैसा कि आपको पता है डायबिटीज दो तरह की होती है टाइप 1 एंड टाइप 2.
टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज के लक्षण
टाइप 1 एंड टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण एक जैसे होते हैं. पर्सन टू पर्सन इसके लक्षण अलग तरह से दिखाई देते हैं. टाइप-2 डायबिटीज के लक्षण तुरंत शरीर पर दिखाई नहीं देते हैं. लक्षण दिखने में कई साल लग जाते हैं. टाइप-1 डायबिटीज के लक्षण तुरंत शरीर पर दिखाई देते हैं. डायबिटीज में ये कॉमन लक्षण दिखते हैं.
बार-बार टॉयलेट आना
बार-बार प्यास लगना
बहुत भूख लगना
कमजोरी महसूस होना
धुंधला दिखाई देना
चोट या घाव का देरी से भरना
स्वभाव में चिड़चिड़पन
मूड स्विंग होना
अचानक से वजन कम होना
हाथ-पैर में झुनझुनी होना
हाथ-पैर सुन्न होना
डायबिटीज टाइप 1-2
टाइप-1 डायबिटीज ऑटोइम्यून बीमारी है जो अचानक से ही शरीर में आ जाती है. अगर माता-पिता में से किसी को भी डायबिटीज हो तो इसका खतरा बढ़ सकता है. टाइप-2 डायबिटीज समय के साथ विकसित होती है. लाइफस्टाइल और आहार में गड़बड़ी के साथ ही मोटापा और एक्सरसाइज न करना इसका प्रमुख कारण माना जाता है. डायबिटीज का खतरा किसी भी उम्र में हो सकता है.
दोनों डायबिटीज से किसे खतरा
टाइप-1 डायबिटीज, टाइप-2 डायबिटीज की तुलना में कम खतरनाक माना जाता है. टाइप-1 डायबिटीज का खतरा पूरी तरह आनुवांशिकी है. बच्चों और किशोरों में यह बीमारी फैल सकती है. वहीं, टाइप-2 डायबिटीज का खतरा खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से है. इसके अलावा ज्यादा वजन या मोटापा, कम फिजिकल एक्टिविटी और प्रोसेस्ड फूड्स के ज्यादा सेवन से यह बढ़ सकता है.
दोनों डायबिटीज के अंतर
टाइप-1 और टाइप-2 दोनों तरह के लक्षण एक जैसे ही होते हैं. डायबिटीज की समस्या होने पर बार-बार पेशाब आना, धुंधला दिखाई देना, कट या घावों का जल्दी ठीक न होना, सामान्य से ज्यादा संक्रमण होना पाया जाता है.
कौन सा डायबिटीज ज्यादा खतरनाक
टाइप 1 और टाइप 2 दोनों तरह की डायबिटीज में दिल की समस्या, किडनी की बीमारी, आंखों से जुड़ी समस्याएं, तंत्रिका और रक्त वाहिकाओं की कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं. टाइप-1 डायबिटीज के मरीजों में जिंदगीभर इसके इंसुलिन शॉट्स की आवश्यकता पड़ सकती है. लाइफस्टाइल और आहार में सुधार कर टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सकता है.
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