बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान ने कुछ साल पहले खुलासा किया था कि वह ऐसी बीमारी से जूझ चुके हैं, जिसकी वजह से उन्हें सुसाइड करने का ख्याल आता था. क्या आप भी कुछ ऐसा ही सोचते हैं तो जान लीजिए कि इस बीमारी के लक्षण क्या होता हैं और इसका इलाज कैसे कराया जा सकता है?


सलमान खान ने कही थी यह बात


साल 2001 के दौरान सलमान खान ने अपने बारे में कुछ ऐसी बात बताई थी, जिसे सुनकर उनके फैंस के होश उड़ गए थे. सलमान ने बताया था कि ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नाम की बीमारी से परेशान रह चुके हैं. इसकी वजह से उनके सिर, गाल और जबड़े में बेपनाह दर्द होता था. ऐसे में उन्हें सुसाइड करने का भी ख्याल आता था, जिसके चलते इस बीमारी को सुसाइड डिजीज यानी आत्महत्या की बीमारी भी कहा जाता है. 


क्यों होती है यह बीमारी?


सबसे पहले आपको बताते हैं कि यह बीमारी आखिर होती क्यों है? दरअसल, ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया नाम की बीमारी ट्राइजेमिनल तंत्रिका में होती है, जो कपाल तंत्रिकाओं में सबसे बड़ी होती है. यही तंत्रिका चेहरे से लेकर दिमाग तक में दर्द, किसी के स्पर्श और टेंपरेचर से संबंधित संवेदनाओं को भेजने का काम करती है. 


कैसे होते हैं इस बीमारी के लक्षण?


डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी की वजह से काफी ज्यादा दर्द होता है. यह दर्द इतना ज्यादा होता है कि मरीज को अपने दांत तक साफ करने में तकलीफ होती है. चेहरे की स्किन इतनी ज्यादा सेंसटिव हो जाती है कि छूने से भी करंट जैसा झटका लगने लगता है. दरअसल, ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया एक तरह की क्रोनिक पेन डिजीज है, जिसमें चेहरे की संवेदनाओं को कंट्रोल करने वाली ट्राइजेमिनल तंत्रिका की वजह से भयंकर दर्द होने लगता है. इसकी वजह फिलहाल पता नहीं लग पाई है, लेकिन माना जाता है कि यह दिक्कत ट्राइजेमिनल तंत्रिका के डैमेज होने या उस पर प्रेशर पड़ने की हो सकती है. कई डॉक्टरों का मानना है कि ट्राइजेमिनल नर्व में सूजन की वजह से भी दिक्कत हो सकती है.


क्या है इस बीमारी का इलाज?


अब सवाल उठता है कि जिस बीमारी के होने की वजह पता नहीं है, उसका इलाज कैसे होता है? बता दें कि इस बीमारी से पीड़ित होने के बाद सलमान खान ने अमेरिका में अपना इलाज कराया था. दरअसल, इस बीमारी में सर्जरी की जाती है. वहीं, कई डॉक्टर दर्द को कम करने और उसके अटैक रोकने के लिए दवाएं देते हैं. जब दवा कोई असर नहीं करती है तो सर्जरी की सलाह दी जाती है. इसका मकसद ट्राइजेमिनल नर्व पर पड़ रहे प्रेशर को कम करना होता है. वहीं, गामा नाइफ रेडियो सर्जरी और रेडियोफ्रीक्वेंसी राइजोटॉमी आदि की मदद से नर्व को ठीक किया जाता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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