What Is Y-Break: आप किसी सरकारी दफ्तर में काम के सिलसिले में जाए. और, कर्मचारी सिर्फ चाय, कॉफी पीने की जगह अपनी कुर्सी पर बैठे बैठे योग करते दिखे तो हैरान मत होइएगा. वो टाइम वेस्ट नहीं कर रहा है बल्कि कुर्सी पर बैठ कर ही योग करने की सलाह उसे सरकार ने ही दी. सरकार ने सभी केंद्रीय कर्मचारियों को सजेस्ट किया है कि अपने काम से समय निकालकर वो वाय ब्रेक लें. ताकि वो हेल्दी बने रहें और उन्हें काम का तनाव भी न सताए. आपको बताते हैं क्या है वाय ब्रेक के लिए जिसके लिए केंद्र सरकार अपने अधिकारी और कर्मचारियों को मोटिवेट कर रही है.
क्या है वाय ब्रेक
वाय ब्रेक से केंद्र सरकार का मतलब है योग ब्रेक या योग विराम. ऐसे कर्मचारी और अधिकारी जो अपने काम में काफी व्यस्त रहते हैं. लगातार एक ही जगह बैठ कर घंटों फाइलों से जूझते रहते हैं. केंद्र सरकार ने ऐसे अधिकारी और कर्मचारियों की फिक्र की है. और, उन्हें वाय ब्रेक लेने की सलाह दी है. वाय ब्रेक का अर्थ है अपनी ही सीट पर बैठ कर योग करना. कर्मचारियों और अधिकारियों से कहा गया है कि वो जब भी समय मिले अपनी ही जगह पर बैठे बैठे योग करें. ये निर्देश कार्मिक मंत्रालय ने जारी किए हैं और योग को बढ़ावा देने के लिए भी कहा है. इस आदेशपत्र में लिखा गया है कि वाय ब्रेक आयुष मंत्रालय द्वारा कर्मचारियों को तनाव मुक्त और तरोताजा करने के मकसद से शुरू किया जा रहा है. आदेश के मुताबिक मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्तान और आयुष मंत्रालय अपने अधिकारी और कर्मचारियों के लिए ये योजना लेकर आए हैं. जिसे वर्क प्लेस योगा भी कहा जा सकता है.
वाय ब्रेक के फायदे
लगातार एक ही जगह बैठे बैठे काम करने से शरीर को खासतौर से रीढ़ की हड्डी को स्ट्रेस का सामना करना पड़ता है. डॉक्टर्स भी सलाह देते हैं कि 20 मिनट से लेकर आधे घंटे के बीच काम करने के बाद खड़े होकर थोड़ा चलना फिरना या शरीर को हिलाना डुलाना जरूरी है. जिससे स्ट्रेस रिलीज हो जाए. वाय ब्रेक भी इसी सलाह पर आधारित है. जिसके तहत अधिकारी और कर्मचारी अपनी जगह पर बैठे बैठे ही योग कर सकते हैं. जिससे उनकी सेहत भी बरकरार रहेगी. ये उन अधिकारी कर्मचारियों के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित होगा जो काम की व्यस्तता के चलते वर्कआउट या योग नहीं कर पाते हैं.
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