कुछ लोग आज भी अपनी बीमारियों का इलाज कराने के लिए एलोपैथी दवाओं से ज्यादा होम्योपैथिक का सहारा लेते हैं. इस भागदौड़ वाली लाइफस्टाइल और खराब खानपान की वजह से जितनी जल्दी बीमारी जकड़ लेती है उतनी ही जल्दी में हमें उन बीमारियों से निजात भी चाहिए. ऐसे में हम बिना समय गवाएं एलोपैथी दवा का चुनाव करते हैं. बात भी सही है एलोपैथी दवा से आपको तुरंत आराम तो मिल जाता है. लेकिन बीमारी जड़ से खत्म नहीं होती है बल्कि थोड़े वक्त के लिए दब जाती है. लेकिन आगे चलकर वह बीमारी एक खतरनाक रूप में आपके सामने भी फिर प्रकट हो जाती है. तब हमें याद आता है कि जब पहली बार यह हुआ था तो हमने ऐसी दवा ली थी.
वहीं दूसरी तरफ आज के समय में भी कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें होम्योपैथी पर आंख बंद करके विश्वास है. और वह चाहते हैं कि थोड़ा वक्त जरूर लगे लेकिन बीमारी एकदम जड़ से खत्म हो जाए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कुछ बीमारियां ऐसी हैं जिनका रामबाण इलाज होम्योपैथी के पास है. इन बीमारियों में होम्योपैथी ऐसा असर दिखाती है कि आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. वहीं एलोपैथी के पास भी इन बीमारियों का सटीक इलाज नहीं है. लेकिन होम्योपैथी दवा खाने के अपने कुछ खास नियम है. इन नियमों का अगर आप ठीक से पालन करेंगे तो यह दवा आप पर तुरंत असर करेगा और रिजल्ट देखकर आप भी खुश हो जाएंगे.
किन लोगों पर होम्योपैथिक का असर तुरंत दिखता है
जो लोग शराब, गुटका, धूम्रपान का सेवन नहीं करते और हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करते हैं. उन लोगों पर होम्योपैथिक का असर दिखता है. उन पर इस दवा का रिजल्ट काफी अच्छा दिखता है.
होम्योपैथिक दवा लेने के होते हैं कुछ खास नियम
दवा लेने के बाद उसकी डिब्बी को टाइट से बंद करें
किसी बीमारी को लेकर होम्योपैथिक की दवा नहीं खा रहे हैं तो नशीली चीजों से दूर रहें.
होम्योपैथिक दवा को ऐसे रखें
जहां पर सूरज की तेज रोशनी आती हो वहां पर ये दवाई को न रखें.
हमेशा इसे ठंडी जगह पर स्टोर करें, गर्म जगह पर रखने पर इसका लिक्विड उड़ जाता है.
इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से दूर रखें
दवा की बोतल कभी खुला में न रखें
होम्योपैथिक की दवा को कभी भी हाथ में लेकर नहीं खाना चाहिए. डायरेक्ट ढक्कन के जरिए मुंह में डालकर खाएं.
दवा लेने के 10 मिनट के अंदर कुछ भी न खाएं-पिएं. ब्रश करने से बचें.
होम्योपैथिक की दवा खा रहे हैं तो कॉफी और चाय पीने से बचें
इसकी दवाई खानी है तो जीभ के नीचे दाब लें और उसे चूसें.
डाइट से खट्टी चीजों को हटा दें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: क्या होता है जब दिमाग की नसें फट जाती हैं? जानें इसके कारण और ब्रेन हेमरेज से बचने का खास उपाय