खराब पाचन या कोलन रोग से पीड़ित लोगों के लिए है गेहूं का बेस्ट विकल्प, पूरी तरह ग्लूटन फ्री होता है ये आटा
Rice Flour: अगर आप भी ग्लूटन फ्री डायट लेने का विचार कर रहे हैं तो ये आटा आपके लिए बेस्ट है. फरवरी-मार्च-अप्रैल में आप इसका भरपूर यूज कर सकते हैं, इसके बाद नहीं...
Benefits Of Rice Floor: कई लोगों को गेहूं का आटा सूट नहीं करता. इसे खाते ही इन्हें पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं या छोटी आंत से संबंधित सीलिएक रोग की दिक्कत बढ़ जाती है. सीलिएक रोग एक अनुवाशिंक समस्या है, जो ग्लूटन युक्त अनाज खाने से ट्रिगर हो जाता है. इस स्थिति में भी ग्लूटन फ्री अनाज ही खाने होते हैं. हम आपको जिस आटे के बारे में बता रहे हैं, ये सिलिएक रोग, पाचन संबंधी दूसरी समस्याएं और ठंड अधिक लगने की समस्या से भी बचाता है. ये है बगड़ का आटा या धान का आटा या कहिए कि चावल का आटा. चावल का आटा मुख्य रूप से सर्दियों के मौसम में खाया जाता है. ज्यादा से ज्यादा आप इसे अप्रैल महीने तक खा सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि इस आटे के सेवन से शरीर में गर्माहट बढ़ती है. यहां जानें, अगले तीन महीने तक इस आटे को खाने से आपको क्या-क्या लाभ मिलेंगे और आप किन तरीकों से इस आटे का सेवन कर सकते हैं...
चावल का आटा खाने के फायदे
- ग्लूटन फ्री होने के कारण चावल का आटा कमजोर पाचन वाले लोगों के लिए भी बहुत अच्छा होता है.
- चावल के आटे में अघुलनशील फाइबर होते हैं, ये फाइबर्स बॉडी डिटॉक्स करने का काम करते हैं. इसलिए टॉक्सिन्स के कारण होने वाले कई तरह के रोगों से बचाने में भी चावल का आटा हेल्पफुल होता है.
- लीवर में कोलीन (Choline) नाम का एक जरूरी न्यूट्रिएंट होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को लिवर से निकालकर उस जगह पर लेकर जाने का काम करता है, बॉडी में जहां उसकी जरूरत होती है. इसलिए इसे लीवर क्लीनर भी माना जाता है. साथ ही कोलीन झिल्ली (membrane) के जरूरी स्ट्रक्चर को बनाए रखने में भी मदद करता है. आपको बता दें कि कोलेस्ट्रॉल हमेशा बुरा नहीं होता है बल्कि गुड कोलेस्ट्रॉल भी एग्जिस्ट करता है. कोलेस्ट्रॉल
क्या चावल का आटा गेहूं के आटे से बेहतर होता है?
चावल और गेहूं के आटे की तुलना में ये कहना बिल्कुल सही नहीं है कि एक आटा, दूसरे आटे से बेहतर होता है. क्योंकि चावल का आटा अगर ग्लूटन फ्री होता है और कई रोगों से बचाता है तो गेहूं के आटे में भी कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो चावल के आटे में नहीं होते हैं. जैसे, फोलेट. नियासिन, थायमिन, राइबोफ्लाविन, प्रोटीन जैसे पोषक तत्व तो गेहूं और चावल दोनों आटे में होते हैं लेकिन चावल के आटे में फोलेट नहीं होता है. फोलेट शरीर को एनर्जी देने, मसल्स को बनाने और नई कोशिकाओं के निर्माण के लिए जरूरी होता है. इसलिए दोनों आटे अलग-अलग जोनर मं बॉडी के लिए हेल्दी होते हैं.
चावल का आटा कैसे खाएं?
सर्दी के मौसम में चावल के आटे की चपाती के अलावा आप इसके लड्डू भी खा सकते हैं. गुड़ और तिल के साथ चावल के आटे के लड्डू सर्दियों की एक स्पेशल मिठाई हैं, जो शरीर को गर्म रखने और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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