खाना पकाते वक्त कढ़ाई या खाने बनाने वाले बर्तन को ढकना अच्छा होता है? अब इसे लेकर ICMR ने खाना पकाने को लेकर गाइडलाइन शेयर की है. आपको भी विस्तार से बताते हैं कि यह प्रैक्टिस सही है या नहीं? इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने इसे लेकर हाल ही में एक गाइडलाइन जारी की है.


ICMR की खाना पकाने को लेकर चेतावनी


ICMR के मुताबिक ढक्कन लगाकर खाना पकाने से न सिर्फ टाइम की बचत होती है बल्कि खाने में पाई जाने वाली न्यूट्रिएंट्स भी बची रहती है. अगर आप पैन को खोलकर खाना बनाते हैं तो उसके सारे पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं.


ICMR की तरफ से जारी गाइडलाइन


ICMR की तरफ से जारी गाइडलाइन के मुताबिक ढक्कन खोलकर खाना बनाने के कारण खाना बनाने में वक्त तो ज्यादा लगता है. साथ ही साथ हवा के संपर्क में आने के कारण खाने के सारे पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं. वहीं अगर आप ढक्कन बंद करके खाना पकाते हैं तो खाना के सभी पोषक तत्व बचे रहेंगे. हरी सब्जियां और हरी पत्तेदार सब्जियां बंद ढक्कन में बनाने के दौरान अपना रंग बदलती है. लेकिन पोषक तत्व का नुकसान भी नहीं होता है. 


सही तरीके से खाना बनाना इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे डाइजेशन में सुधार होता है. साथ ही साथ खाने का टेस्ट भी बढ़ता है. खाने में पाई जाने वाली न्यूट्रिएंट्स को नुकसान भी नहीं होता है. इसलिए तरीके से कुकिंग करना बेहद जरूरी है. क्योंकि यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है. इससे फूड कंटामिनेशन का खतरा भी कम होता है. 


ICMR के मुताबिक प्रेशर कुकिंग और स्टीम कुकिंग साथ ही डीप फ्राइंग या रोस्टिंग के बजाय ढककर खाना पकाना चाहिए. इससे पोषक तत्वों को होने वाले नुकसान को बचाया जा सकता है. सब्जियों में एंटीऑक्सीडेंट्स और  पॉलीफेनोल होते हैं . इसके लेवल को बढ़ाना है तो स्टीमिंग सबसे बेहतर तरीका होता है. 


ICMR ने बताया था दाल पकाने का तरीका


इससे पहले ICMR ने यह भी कहा था कि दालों में न्यूट्रीशनल क्वालिटी अच्छी रहे इसके लिए जरूरी है कि उसे उबालकर या प्रेशर कुकर में पकाया जाए. अगर आप दाल को ठीक तरीके से नहीं पकाएंगे तो इसमें पाई जाने वाली एंटी-न्यूट्रीशनल फैक्टर्स खत्म हो जाएंगे. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


ये भी पढ़ें: हार्ट में पानी भरने के कारण भी दिल का दौरा पड़ने जैसे लक्षण दिखते हैं, जानें दोनों में कैसे करें फर्क?