एक्सप्लोरर

Monkeypox: मंकीपॉक्स की वैक्सीन, इलाज और टेस्ट के लिए WHO ने की ये तैयारी, खतरा होगा कम

'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेश' ने शुक्रवार को कहा कि मंकीपॉक्स के खिलाफ अपने अभियान को आगे बढ़ाते हुए वयस्कों को इस वैक्सीन की पहली डोज दी जाएगी.

वैक्सीनिया अंकारा-बवेरियन नॉर्डिक (एमवीए-बीएन) वैक्सीन को 18 साल और उससे अधिक उम्र के वयस्कों में चेचक, एमपॉक्स और संबंधित ऑर्थोपॉक्सवायरस के लक्षण या इंफेक्शन का पता चलने के बाद यह वैक्सीन दी जाएगी. WHO ने वैक्सीनेशन के लिए परमिशन दे दी गई है. इसके 2-डोज इंजेक्शन के रूप में दिया जाएगा, जिसमें दोनों डोज 4-4 सप्ताह के गैप पर दिया जाएगा. 

WHO ने वैक्सीन को लेकर यह कहा?

'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेश' ने शुक्रवार को कहा कि उसने वयस्कों में एमपॉक्स के खिलाफ़ लड़ाई के लिए वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा, इसे अफ्रीका और उसके बाहर इस बीमारी से लड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. बवेरियन नॉर्डिक ए/एस द्वारा वैक्सीन की पूर्व-योग्यता का मतलब है कि GAVI द वैक्सीन एलायंस और यूनिसेफ जैसे दानकर्ता इसे खरीद सकते हैं लेकिन आपूर्ति सीमित है क्योंकि केवल एक ही निर्माता है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि एमपॉक्स के खिलाफ़ वैक्सीन की यह पहली पूर्व-योग्यता अफ्रीका में मौजूदा प्रकोपों ​​और भविष्य के संदर्भ में, बीमारी के खिलाफ़ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है.

WHO से प्राप्त डेट के मुताबिक

WHO से उपलब्ध डेटा से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई एक खुराक एमवीए-बीएन वैक्सीन लोगों को एमपॉक्स से बचाने में अनुमानित 76 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि 2 खुराक वाली अनुसूची अनुमानित 82 प्रतिशत प्रभावी है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा, "एमपॉक्स के खिलाफ वैक्सीन की यह पहली प्रीक्वालिफिकेशन अफ्रीका में मौजूदा प्रकोपों ​​और भविष्य में बीमारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है. घेब्रेयसस ने टीकों की समान पहुंच सुनिश्चित करने के लिए खरीद, दान और रोलआउट में वृद्धि की आवश्यकता पर जोर दिया.

ये भी पढ़ें: WHO की चेतावनी का भी नहीं पड़ा कोई असर, लगातार 'सफेद जहर' खा रहे भारत के लोग

इसके अलावा, उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने, संचरण को रोकने और जीवन बचाने के लिए अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य उपकरणों की भी तत्काल आवश्यकता है. डब्ल्यूएचओ प्रीक्वालिफिकेशन तब आया है जब संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य निकाय ने पिछले महीने अफ्रीका में इसके प्रकोप पर वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा की थी. प्रीक्वालिफिकेशन समय पर और बढ़ी हुई पहुंच की सुविधा प्रदान कर सकता है, जिससे संचरण को रोका जा सके और प्रकोप को रोकने में मदद मिल सके.

ये भी पढ़ें: Nipah Virus: केरल में निपाह संक्रमित की मौत क्या खतरे की घंटी? जानें क्या है ये वायरस, कितना खतरनाक

WHO का मूल्यांकन बवेरियन नॉर्डिक के रिपोर्ट के मुताबिक है

प्रीक्वालिफिकेशन के लिए WHO का मूल्यांकन बवेरियन नॉर्डिक द्वारा प्रस्तुत की गई जानकारी पर आधारित है, और इस वैक्सीन के लिए रिकॉर्ड की नियामक एजेंसी, यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा समीक्षा की गई है. MVA-BN वर्तमान में 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों के लिए लाइसेंस प्राप्त नहीं है, लेकिन WHO ने शिशुओं, बच्चों, किशोरों और गर्भवती महिलाओं तथा कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इसके ऑफ-लेबल उपयोग की सिफारिश की है, जहां टीकाकरण के लाभ संभावित जोखिमों से अधिक हैं. MVA-BN एकमात्र गैर-प्रतिकृति Mpox वैक्सीन है जिसे अमेरिका, स्विट्जरलैंड और सिंगापुर (JYNNEOS के रूप में विपणन किया जाता है), कनाडा (IMVAMUNE के रूप में विपणन किया जाता है), और EU/EAA और UK (IMVANEX के रूप में विपणन किया जाता है) में अनुमोदित किया गया है. साल 2022 में वैश्विक प्रकोप की शुरुआत के बाद से 120 से अधिक देशों ने एमपॉक्स के 103,000 से अधिक मामलों की पुष्टि की है. साल 2024 में अफ्रीकी क्षेत्र के 14 देशों में विभिन्न प्रकोपों ​​से 25,237 संदिग्ध और पुष्ट मामले और 723 मौतें हुईं.

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़ें: ALERT! किचन में रखा बर्तन साफ करने वाला स्क्रब कर सकता है किडनी खराब, जानें हो सकता है कितना खतरनाक

Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )

Calculate The Age Through Age Calculator

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Weather Update: देश के इन राज्यों में बरस रही आसमानी आफत! जानें यूपी-बिहार से लेकर राजस्थान तक क्या है मौसम का हाल
देश के इन राज्यों में बरस रही आसमानी आफत! जानें यूपी-बिहार से लेकर राजस्थान तक क्या है मौसम का हाल
'अगर ये सच है तो फिर...', तिरुपति लड्डू विवाद पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान
तिरुपति लड्डू विवाद पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, जानें क्या कहा
पेरिस कॉन्सर्ट में Diljit Dosanjh पर किसी ने फेंका मोबाइल, सिंगर के रिएक्शन ने जीत लिया दिल
कॉन्सर्ट के बीच दिलजीत दोसांझ पर किसी ने फेंका मोबाइल, सिंगर ने दिया ऐसा रिएक्शन
IN Pics: बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर्स, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर्स, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Breaking News: पीएम मोदी और Joe Biden के बीच शुरु हुई बातचीत | PM Modi US Visit | ABP NewsLebanon Pager Blast: Israel ने कसम खाई...जारी रहेगी लड़ाई! | ABP NewsDelhi New CM Atishi: Arvind Kejriwal का सलेक्शन...आतिशी के चेहरे पर इलेक्शन? | AAP | ABP NewsTirupati Prasad Controversy:  करोड़ों भक्तों को कष्ट, किसने किया 'धर्म'भ्रष्ट ? Breaking News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Weather Update: देश के इन राज्यों में बरस रही आसमानी आफत! जानें यूपी-बिहार से लेकर राजस्थान तक क्या है मौसम का हाल
देश के इन राज्यों में बरस रही आसमानी आफत! जानें यूपी-बिहार से लेकर राजस्थान तक क्या है मौसम का हाल
'अगर ये सच है तो फिर...', तिरुपति लड्डू विवाद पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान
तिरुपति लड्डू विवाद पर बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, जानें क्या कहा
पेरिस कॉन्सर्ट में Diljit Dosanjh पर किसी ने फेंका मोबाइल, सिंगर के रिएक्शन ने जीत लिया दिल
कॉन्सर्ट के बीच दिलजीत दोसांझ पर किसी ने फेंका मोबाइल, सिंगर ने दिया ऐसा रिएक्शन
IN Pics: बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर्स, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
बॉलीवुड एक्ट्रेस संग घर बसाना चाहते थे ये क्रिकेटर्स, लेकिन पूरी नहीं हो सकी मोहब्बत की 'कहानी'
Tirupati Laddu: सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने से पहले रहें सावधान, अमूल इंडिया ने दर्ज कराई एफआईआर
सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखने से पहले रहें सावधान, अमूल इंडिया ने दर्ज कराई एफआईआर
'अब नहीं करूंगा ऐसी टिप्पणी', बोले बेंगलुरु के मुस्लिम बहुल इलाके को पाकिस्तान कहने वाले हाई कोर्ट के जस्टिस
'अब नहीं करूंगा ऐसी टिप्पणी', बोले बेंगलुरु के मुस्लिम बहुल इलाके को पाकिस्तान कहने वाले हाई कोर्ट के जस्टिस
मरने के बाद क्यों आने लगती है शरीर से बदबू? जानें कितनी तेजी से होते हैं बदलाव
मरने के बाद क्यों आने लगती है शरीर से बदबू? जानें कितनी तेजी से होते हैं बदलाव
Skin Cancer: किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है स्किन कैंसर, जानें क्या होता है कारण
किन लोगों को सबसे ज्यादा होता है स्किन कैंसर, जानें क्या होता है कारण
Embed widget