Monkeypox Symptoms: पूरी दुनिया में मंकीपॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यूके , जर्मनी, स्पेन और भारत समेत 70 से अधिक देशों में मंकीपॉक्स के केस सामने आ चुके हैं. मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों को देखते हुए डब्लूएचओ ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है. डब्लूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस ए. घेब्रेयसस के अनुसार अभी तक मंकीपॉक्स के 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. 


क्या एक और महामारी का खतरा है?
अगर डब्ल्यूएचओ आपातकाल की घोषणा करता है, तो इसका मतलब यह है कि डॉक्टर्स को अपना ध्यान रखना चाहिए और साथ ही रोगियों को इस बीमारी के बारे में सूचित करना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये कोरोना जैसी तेजी से फैलने वाली महामारी नहीं है. मंकीपॉक्स वायरस केवल एक संक्रमित व्यक्ति के करीबी संपर्क में आने वाले लोगों को फैलता है. ऐसे में संक्रमित व्यक्ति का इलाज करने वाले डॉक्टर्स और परिवार के लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.


मंकीपॉक्स इंसानों में कैसे फैलता है?
भले ही इस वायरस का नाम मंकीपॉक्स है, लेकिन ये बंदर से नहीं आया है. शोधकर्ताओं का मानना ​​​​है कि मुख्य रूप से अफ्रीका की कुछ कृन्तकों की प्रजातियों जिनमें गैम्बियन पाउच वाले चूहे, डॉर्मिस और अफ्रीकी गिलहरी से आया है. माना जाता है कि यह वायरस पहली बार 1970 के दशक संक्रमित जानवरों के काटने या खरोंच से मनुष्यों में फैला था. अफ्रीका से अलग दूसरे देशों में मंकीपॉक्स के फैलने का एक बड़ा कारण जानवर हैं. जनवरों के माध्यम से दूसरे देशों तक इसका प्रकोप फैला है. 


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मनुष्य से मनुष्य में कैसे फैलता है?
फिलहाल जो मामले सामने आ रहे हैं उनसे ये पता चलता है कि मंकीपॉक्स मुख्य रूप से मानव-से-मानव में फैल रहा है. हालांकि अभी ये पता नहीं चल पा रहे है कि मुख्य रूप से ये संक्रमण कैसे फैल रहा है लेकिन माना जा रहा है कि वायरस त्वचा, सांस, आंख, नाक या मुंह के जरिए शरीर में प्रवेश करता है. ऐसे लोगों में संक्रमण फैल रहा है जो संक्रमित व्यक्ति के बहुत पास संपर्क में रहे हैं. 


मंकीपॉक्स के संक्रमण को फैलने से कैसे रोकें?
अगर आप संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए हैं तो आपको जरूरी सुरक्षात्मक कदम उठाने चाहिए. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि संक्रमण को रोकने का ये सबसे महत्वपूर्ण तरीका है. 
1- जो लोग संक्रमित हैं या आपको लगता है संक्रमित हो सकते हैं उनके साथ त्वचा के संपर्क से बचें.
2- संक्रमित व्यक्ति के साथ शारीरिक संबंध बनाने से बचें और हमेशा सुरक्षित संबंध बनाएं यानि कंडोम का इस्तेमाल करें.
3- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं.
4- आपको हमेशा खांसते और छींकते वक्त अपनी बांह के साइज में ही खांसना और छींकना है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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