आज के मॉर्डन लाइफस्टाइल में लोग चीनी खाना बिल्कुल भी पसंद नहीं करते हैं. लेकिन उसकी जगह पर आर्टिफिशयल स्वीट का इस्तेमाल करते हैं. हाल ही में WHO ने एक रिपोर्ट पब्लिश हुई है जिसमें यह खुलासा हुआ है कि आर्टिफिशियल स्वीट इंसान के शरीर के लिए मीठा जहर की तरह काम करती है.  जिन लोगों ने आर्टिफिशयल स्वीट खाना छोड़ा है उनके सेहत में सुधार हुआ है. आर्टिफिशयल स्वीट खाने से होने वाले खतरों को जानने के लिए इन प्वाइंट पर नजर रखें. 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' (WHO) के मुताबिक शुगर फ्री खाने वालों नौजवान को टाइप 2 डायबिटीज, दिल की बीमारी और मृत्यु दर का जोखिम बढ़ जाता है. 


आर्टिफिशियल स्वीटनर्स और शुगर सब्सटीट्यूट, कुछ ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो खाने और ड्रिंक्स का टेस्ट बढ़ाने के लिए मीठा का स्वाद बढ़ाने के लिए यूज किया जाता है. एक टेबल स्पून चीनी से ज्या शुगर फ्री शरीर के लिए खतरनाक हो सकती है. 


मेटाबॉलिज्म को करता है कम


आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का अगर आप रोजाना इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके मेटाबॉलिज्म को कम करता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह ग्लूकागन और इंसुलिन के संतुलन को भी कम करता है. यह ब्लड में शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है. जिसके कारण व्यक्ति को अधिक भूख लग सकती है. और आपका वजन बढ़ सकता है. 


यह पूरी तरह से आर्टिफिशियल है


जो लोग अपनी डेली लाइफस्टाइल में आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल करते हैं. वह उनके लिए मीठा जहर की तरह काम करता है. आर्टिफिशियल स्वीटनर्स पूरी तरह से आर्टिफिशियल होता है. उसमें किसी भी तरह का नैचुरल इंग्रीडिएंट का इस्तेमाल नहीं होता है. यह पूरी तरह से सिंथेटिक चीजों से बना होता है. जो शरीर के लिए बेहद नुकसानदायक है. 


बढ़ता है वजन


अगर आप काफी लंबे समय से आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल कर रहे हैं तो यह आपका वजन भी बढ़ा सकता है. क्योंकि यह आपके आंत की बैक्टीरिया को एक हद तक प्रभावित करता है. साथ ही यह मेटाबॉलिज्म को भी प्रभावित करता है. 


इंसुलिन हार्मोन का भी बैलेंस बिगाड़ता है


जब कोई इंसान मीठा खाता है तो शरीर में इंसुलिन रिलीज होता है. साथ ही इससे ब्लड ग्लूकोज का लेवल भी प्रभावित होता है. जिससे भूख बढ़ती है. और अगर आप इससे जरूरत से ज्यादा खाते हैं तो इंसुलिन ज्यादा रिलीज होती है जिससे शरीर पर इफेक्ट पड़ता है. 


प्रेगनेंट लेडीज के लिए है खतरनाक


प्रेगनेंट लेडीज को भूल से भी आर्टिफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. क्योंकि यह मां और बच्चा दोनों पर बुरा असर डालता है. प्रग्नेंसी में सबसे महत्वपूर्ण है मां का हेल्थ.


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