'डेलॉइट' ( Deloitte) के एक नए रिसर्च के मुताबिक 71 प्रतिशत कर्मचारी सोशल मीडिया पर इतना ज्यादा वक्त बिताते हैं. जिसकी वजह से उनकी काम की क्वालिटी खराब होती है. इसी कंपनी के एक नए रिसर्च में पाया गया है कि 30 प्रतिशत वयस्क लगातार इंटरनेट से जुड़े रहते हैं, जबकि केवल 10 प्रतिशत बच्चे ही इंटरनेट से जुड़े रहते हैं. जिसके कारण उनके दिमाग पर असर पड़ता है. 


सभी उम्र के लोगों के बीच सोशल मीडिया का इस्तेमाल बढ़ रहा है


साइकोलॉजिस्ट के मुताबिक इंटरनेट और सोशल मीडिया का इस्तेमाल किसी एक उम्र तक सीमित नहीं है. बल्कि यह सभी उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में लिए हुए हैं. 'नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंसेज' (NIMHANS) के मुताबिक हर उम्र के लोग हर समय नेट पर बने रहने रहते हैं. जिसकी वजह से उनकी पर्सनल लाइफ भी काफी ज्यादा प्रभावित होती है. मुंबई की 39 वर्षीय पारुल कोठारी कहती हैं, ''मैं और मेरे पति एक बहुत ही खास मुद्दे के लिए काउंसलिंग के लिए गए थे. यह काउंसलिंग इस बात को लेकर थी कि मैं यह बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर सकती हूं कि मेरे पति पूरे दिन फोन पर अपना वक्त बर्बाद करें. क्योंकि हम दोनों अलग-अलग मल्टीनेशनल कंपनियों में सेल्स का काम करते हैं. लेकिन छुट्टी वाले दिन भी अगर हम में से कोई फोन पर लगा रहे थे टेंशन वाली बात है. 


काम के दौरान भी कई लोग सोशल मीडिया का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं


रिसर्च में यह बात भी सामने आई है कि कुछ लोग काम के दौरान भी सोशल मीडिया का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं.  सवाल यह उठता है कि काम के दौरान भी कई लोग ऐसे हैं जो लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे- इंस्टाग्राम रील्स या ब्लॉग देखते रहते हैं.  वर्किंग आवर में भी कई लोग बिना सोचे-समझे स्क्रॉल करता रहते हैं. कई लोगों को तो यह बिल्कुल नशे की तरह इसकी लत है.  लोग इतना ज्यादा सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसकी वजह से उन्हें दिन और रात का फर्क करना भूल गए हैं. ऐसे में एक लीमिटेशन होनी चाहिए कि कितना हमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना है.  रात के दौरान फोन बंद करके सोना चाहिए वरना लोग बीमारी पड़ सकते हैं. क्योंकि लगातार रील्स देखने की एक बार आपको लग लग तो यह जल्दी जाने वाली नहीं है. 


अगर आपके परिवार के लोग या काम पर लोग आपको इस बारे में बता रहे हैं तो शायद यह ध्यान देने लायक बात है. 'फोर्टिस हॉस्पिटल' के मनोचिकित्सक डॉ. केदार टिलवे कहते हैं, "इंटरनेट का बहुत अधिक इस्तेमाल आपके व्यक्तित्व के लिए बेहद हानिकारक है. आपकी प्रोडक्टिविटी को खराब करने के साथ-साथ यह आपके आंख के लिए नुकसानदायक है. साथ ही साथ यह आपके पूरे सेहत पर खराब असर डालता है. हालांकि बच्चों में डिजिटल लत के नुकसान के बारे में जागरूकता बढ़ रही है, फिर भी इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि वयस्क को कितना सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके लिए एक लीमिट होनी चाहिए. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.