दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों लोगों में एक आम तरह की समस्या देखने को मिल रही है. जैसे खांसी, गले में खराश, छींकने, आंखों से पानी निकलने और घरघराहट जैसे मामले सामने आए हैं. हालांकि गर्मी के महीने शुरू हो गए हैं, डॉक्टरों का कहना है कि लोगों में फ्लू जैसे लक्षणों के साथ-साथ एलर्जी जैसे रिएक्शन दिखने को मिल रहे हैं. विशेषज्ञों ने कहा है कि इनमें से कई लक्षण जो अस्पतालों के आउट पेशेंट विभाग (ओपीडी) में लोगों को बिना बुखार के दिख रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि यह सब तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण हो रहा है. 


एक ही व्यक्ति बार -बार बीमार हो रहे हैं


इंडिया टूडे में छपी खबर के मुताबिक गुरुग्राम के सीके बिड़ला हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन के कंसल्टेंट डॉ. तुषार तायल ने बताया कि बहुत सारे लोगों का नाक बहना, हल्का बुखार, गले में जलन और गले में दर्द और घरघराहट कोविड, H3N2, H1N1 की वजह से हो सकती है और सामान्य फ्लू वायरस बार-बार बीमार हो रहे हैं और बार-बार वायरल संक्रमण दिखा रहे हैं. इसलिए भी यह सब हो सकता है. 


प्रदूषण की वजह से लोगों को हो रही है दिक्कत


डॉ तुषार तायल ने कहा हमने देखा है कि पिछले 2-4 महीनों में लोग बार-बार बीमार पड़ रहे हैं. पूछने पर यह लोग बताते हैं कि जनवरी में वे बीमार हुए और फिर मई के महीने में वे संक्रमित हुए. इसके पीछे का कारण बढ़ता हुआ प्रदूषण और बदलते मौसम और पराग के कारण लक्षण बिगड़ रहे हैं. यह बहुत सारे लोगों में घरघराहट और खांसी पैदा कर रहा है.


एलर्जी और फ्लू के लक्षण एक जैसे


नई दिल्ली के आकाश हेल्थकेयर के सीनियर कंसल्टेंट डॉ प्रभात रंजन सिन्हा के मुताबिक नए पौधों के फूलने और हवा में परागण के कारण भी फ्लू जैसे लक्षण बढ़ रहे हैं, जिससे बड़े पैमाने पर एलर्जी हो रहे हैं. लोग बिना किसी फ्लू जैसे लक्षण या बहती नाक के सिर्फ खांसी के साथ आ रहे हैं. ये लोग हवा में पराग और एलर्जी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, जो एलर्जी को ट्रिगर कर रहे हैं. फ्लू जैसे लक्षणों को ट्रिगर करने वाले विभिन्न कारकों के साथ, वास्तविक कारण का पता लगाना मुश्किल हो जाता है.


डॉ तुषार तायल ने कहा कभी-कभी फ्लू और एलर्जी के लक्षणों में अंतर करना मुश्किल हो जाता है क्योंकि सभी फ्लू रोगी बुखार के साथ नहीं आते हैं. वे केवल खांसी और बहती नाक के साथ उपस्थित हो सकते हैं. कभी-कभी यह कहना मुश्किल हो जाता है कि यह वायरल संक्रमण है या केवल एलर्जी ट्रिगरिंग है. खांसी या दोनों का संयोजन है. सामान्य सर्दी, खांसी और गले में खराश के अलावा, डॉ सिन्हा ने बताया कि अन्य लक्षण जैसे टॉन्सिल का बढ़ना, सिरदर्द और कई मामलों में, अगर यह लंबे समय तक बना रहता है, तो यह यूआरटीआई में बदलाव हो जाता है. इसलिए गर्मी में यूटीआई के मामले में बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, 'अगर मरीजों को पहले से ही फेफड़े में संक्रमण या ब्रोंकाइटिस है तो उन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है.


ये भी पढ़ें: प्लास्टिक के लंच बॉक्स से आती है गंदी स्मेल? इन तरीकों से 5 मिनट में स्मेल फ्री होगा लॉन्च बॉक्स