(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Mummy Makeover Surgery: प्रेगनेंसी के बाद महिलाएं क्यों करवा रही हैं मम्मी मेकओवर सर्जरी? क्या हैं इसके फायदे
मॉमी मेकओवर सर्जरी की मदद से प्रेगनेंसी के बाद शरीर में हुए बदलाव को ठीक करने में मदद मिलती है. ये एक तरह से कॉस्मेटिक क्या प्लास्टिक सर्जरी की तरह है, जिससे शरीर को पहले जैसा बनाया जा सकता है.
Mummy Makeover Surgery: मां बनना इस दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास है लेकिन ये सफर इतना आसान नहीं होता.प्रेगनेंसी के दौरान कई सारी दिक्कते होती है.प्रेगनेंसी की शुरुआत से लेकर डिलीवरी तक शरीर में कई सारे बदलाव होते हैं.हार्मोनल चेंजेस से गंभीर परेशानियां होती है.सर्जरी से डिलिवरी हो या नॉर्मल महिलाओं के शरीर में बदलाव आ ही जाता है.प्रगनेंसी के बाद महिला का शरीर तनाव से गुजरता है.ये महिला की संरचना को इस तरह स बदल देता है कि वो अपने गर्भावस्था से पहले के शरीर को फिर से पाने में असमर्थ होती हैं.कई महिलाएं आहार और कसरत से इसे दोबारा पाने की कोशिश करती हैं लेकिन ऐसा होना मुमकिन नहीं होता है ऐसे में महिलाएं मॉमी मेकओवर का सहारा लेती हैं.
मॉमी मेकओवर सर्जरी क्या है?
मॉमी मेकओवर सर्जरी की मदद से प्रेगनेंसी के बाद शरीर में हुए बदलाव को ठीक करने में मदद मिलती है. ये एक तरह से कॉस्मेटिक क्या प्लास्टिक सर्जरी की तरह है, जिससे शरीर को पहले जैसा बनाया जा सकता है. मॉमी मेकओवर सर्जरी की सहायता से पेट, स्तन और योनि की सर्जरी की जाती है, प्रेगनेंसी के दौरान पेट की मांसपेशियां बढ़ जाती है, इसके बाद डिलीवरी होने पर इस जगह के टिशु ढीले पड़ जाते हैं इससे छुटकारा पाने के लिए बहुत मददगार माना जाता है.वहीं स्तनपान कराने से स्तनों का आकार भी प्रभावित होता है और मांसपेशिया इस चरण के बाद शिथिल हो जाती है, इसे भी शेप में लाने के लिए ये सर्जरी बहुत ही मददगार साबित होती है.कुल मिलाकर ये किसी भी उम्र की महिलाएं अपने शरीर को इसके मूल आकार को बहाल करने के लिए चुन सकती हैं.
मम्मी मेकओवर के तहत किए जाने वाले उपचार
- ब्रेस्ट लिफ्ट
- ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन
- ब्रेस्ट रिडक्शन
- टमी टक
- लिपोसक्शन
- लेबियाप्लास्टी
मम्मी मेकओवर सर्जरी के फायदे
मम्मी मेकओवर सर्जरी में डॉक्टर एक्स्ट्रा फैट और स्किन को हटाते हैं. सर्जरी से बॉडी कॉटूरिंग की जाती है. इस सर्जरी की सहायता से पेट और स्किन पर जमा एक्स्ट्रा फैट को हटाने का काम करते हैं इससे स्किन टाइट होती है.डॉक्टर की मानें तो इस सर्जरी को प्रेग्नेंसी के 6 महीने या 1 साल के बाद तक करवाने की सलाह दी जाती है जब ब्रेस्ट फीडिंग बंद हो जाएं.इसके अलावा डॉक्टर के मुताबिक जो महिलाएं धूम्रपान करती हैं वे इस उपचार के लिए योग्य नहीं हैं
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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