Sinus Treatment: इन लोगों को करवानी पड़ती है साइनस की सर्जरी, नहीं तो हो सकता है ये नुकसान
अगर साइनस ज्यादा गंभीर हो जाए तो इसकी सर्जरी बहुत जरूरी है वरना आंख पर इसका बुरा असर पड़ सकता है. यहां जानिए साइनस के लक्षण और कारण भी.
SInusitis : यूं तो बदलता मौसम और बैक्टीरिया संक्रमण के चलते सर्दी जुकाम और नाक बंद होना आम बात है. लेकिन अगर सर्दी जुकाम और नाक की परेशानी लंबे समय तक चलती रहे तो ये साइनस (sinus)का रूप ले लेती है. साइनस को मेडिकल भाषा में साइनसाइटिस (sinusitis)भी कहते हैं जिसमें नाक के अंदर सूजन आने लगती है. अगर लगातार नाक बंद हो जाए या नाक बह रही हो, इसके साथ साथ कफ बन रहा हो तो ये साइनस (sinus symptoms) के लक्षण हो सकते हैं.
आपको बता दें कि साइनस की परेशानी एलर्जी, वायरस संक्रमण और बढ़ते प्रदूषण के चलते आम हो गई है. इसके साथ साथ नाक की हड्डी बढ़ने और नाक के छोटे बालों के चलते भी साइनस की परेशानी हो जाती है. चलिए जानते है कि क्रोनिक साइनस में कब सर्जरी की जरूरत पड़ती है और सर्जरी ना करने पर क्या क्या नुकसान हो सकते हैं.
साइनस और इसके लक्षण
डॉक्टर कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को आठ हफ्तों से ज्यादा सर्दी जुकाम है तो उसे क्रोनिक साइनस कहा जाता है. साइनस चार प्रकार का होता है. पहला एक्यूट वायरस जो वायरस संक्रमण, फंगल इंफेक्शन और बैक्टीरियल हमले के कारण होता है. दूसरा क्रोनिक साइनस जो नाक में लंबे समय तक सूजन रहने के कारण होता है. तीसरा है डेविएटेड साइनस जिसमें नाक बंद हो जाती है और मरीज को सांस लेने में दिक्कत होती है. चौथा है हे साइनस, ये दरअसल धूल, एलर्जी जानवरों के बालों,हवा में मौजूद महीन कणों और रेशों के कारण होता है.
अगर किसी को लगातार जुकाम बना हुआ है तो ये साइनस का लक्षण हो सकता है. इसके अलावा सिर में दर्द, बुखार, नाक से पीला पदार्थ रिलीज होना, सिर में दर्द, सांस लेने में तकलीफ होना, स्मैलिंग पावर कमजोर होना, खांसी, चेहरे पर सूजन आना, आवाज बदल जाना भी इसके लक्षण हैं.
क्रोनिक साइनस में क्यों जरूरी है सर्जरी
साइनस के लक्षणों को पहचान कर इसकी जांच की जाती है जिसमें सीटी स्कैन और नेजल एंडोस्कोपी जैसे टेस्ट शामिल हैं. साइनस गंभीर हो जाए तो सर्जरी जरूरी हो जाती है. अगर गंभीर साइनस की समय पर सर्जरी ना की जाए तो इससे आंख की रोशनी भी जा सकती है.
हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि साइनस में ऑप्टिक नर्व पर दबाव पड़ता है जिससे आंख की रोशनी खो सकती है. आजकल बढ़ते पॉल्यूशन के चलते साइनस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. देखा जाए तो अधिकतर लोग साइनस की समस्या को आम सर्दी जुकाम मानकर नजरअंदाज कर देते हैं जिससे ये आगे जाकर गंभीर रूप ले लेता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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