Yawning Reason's: क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि जब भी हम किसी को उबासी लेता देखते हैं तो हमें भी उबासी आने लगती है? बेशक आपने कई बार यह नोटिस किया होगा और सोचा भी होगा कि आखिर ऐसा क्यों होता है. क्यों हमें दूसरों को देखने भर से उबासी आने लग जाती है? दरअसल ऐसा होने के पीछे कई कारण हैं, जिनके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते हैं. आइए जानते हैं कि इसके पीछे की वजह आखिर क्या है?

 

अमेरिका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, इंसान द्वारा उबासी लिए जाने का लिंक सीधा-सीधा ब्रेन से होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि उबासी के जरिए हमारा ब्रेन ठंडा हो जाता है. दरअसल जब हम पूरे दिन या लगातार काम करके थक जाते हैं या हमारे एनर्जी का लेवल डाउन होने लगता है तब हमारे दिमाग का तापमान बढ़ जाता है. दिमाग के इसी तापमान को नीचे लाने के लिए शरीर उबासी की प्रक्रिया को अंजाम देता है. उबासी लेने से गर्म दिमाग को ठंडा करने में मदद मिलती है. 

उबासी लेने से फैल सकता है इन्फेक्शन! 


'एनिमल बिहेवियर' नाम के एक जर्नल में पब्लिश रिसर्च के मुताबिक, जो लोग लगातार काम करते हैं या किसी काम में पूरे दिन एक्टिव रहते हैं, तो उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में उबासी आती है. बहुत से लोग इस बात से अनजान हैं कि उबासी लेने से इन्फेक्शन भी फैल सकता है. म्यूनिख यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में लगभग 300 लोगों पर हुए अध्ययन में देखा गया कि दूसरों के उबासी लेने पर वहां मौजूद 150 लोग भी उबासी लेने लग गए. 

दूसरों को देखकर क्यों आती है उबासी?


वैज्ञानिकों का कहना है कि कार की आगे वाली सीट पर ड्राइवर के साथ बैठने वाले व्यक्ति को सोने या उबासी लेने से बचना चाहिए. क्योंकि उन्हें देखकर ड्राइवर को भी नींद और उबासी का अनुभव होगा, जो ड्राइविंग के दौरान खतरनाक साबित हो सकता है. दरअसल दूसरे व्यक्ति को उबासी लेता देख मिरर न्यूरॉन सिस्टम तुरंत एक्टिव हो जाता है. मिरर न्यूरॉन सिस्टम दूसरों को उबासी की नकल करने के लिए फोर्स करता है. यही वजह है कि हमें भी उबासी आने लगती है.
  

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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