Idiopathic Hypersomnia Causes And Treatment: क्या आपको दिन में काम करते समय बहुत तेज नींद आती है? इतनी तेज कि आप चाहकर भी आंखें खुली नहीं रख पाते और चाय-कॉफी भी आपकी नींद को उड़ा पाने में फेल हो जाती हैं...अगर आपका जवाब हां है तो आप इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया का शिकार हो सकते हैं. यह एक ऐसा डिसऑर्डर है, जिसमें रात को ठीक से अच्छी और गहरी नींद लेने के बाद भी व्यक्ति को दिन में नींद आती है. ये डिसऑर्डर क्यों होता है, क्या इससे बचा सकता है और बहुत नींद आने पर आपको क्या करना चाहिए, जैसे सवालों के जवाब आप यहां जानेंगे...


क्यों होता है इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया?


इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया होने के कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं. यानी मेडिकली साफतौर पर इसकी वजहों के बारे में नहीं बताया जा सकता. लेकिन इसका मुख्य लक्षण ये है कि जिस भी व्यक्ति को ये समस्या होती है, उस व्यक्ति को दिन के समय में तेज नींद आती है. बिल्कुल ऐसे जैसे कि उनसे कोई नशा कर लिया हो. वो चाहकर भी खुद को जगाकर नहीं रख पाता और कुछ मिनट से लेकर कुछ घंटे की नींद उसे चाहिए ही होती है. 


इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया के शिकार लोगों को सुबह सोकर जागने में भी दिक्कत होती है. यानी रातभर अच्छी नींद लेने के बाद जब ये लोग सुबह सोकर उठते हैं तो अक्सर खुद को फ्रेश फील नहीं करते और कई बार दिमाग कंफ्यूजन की स्थिति में रहता है. समझ नहीं आ रहा होता कि क्या करना है और क्या नहीं करना है....


दिन में किस समय आती है नींद?


आमतौर पर  इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया से ग्रसित लोगों को दिन में किसी खास टाइम पीरियड पर ही तेज नींद आती है. हालांकि गाड़ी ड्राइव करते समय और ऑफिस में काम करते समय भी तेज नींद आने की समस्या हो सकती है. इसलिए यह रोग बहुत अधिक खतरनाक हो जाता है क्योंकि इसके कारण जान पर भी जोखिम हो सकता है और जॉब पर भी!


इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया का इलाज


इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया के इलाज के लिए स्थिति में धीरे-धीरे सुधार किया जाता है. नींद से जुड़े डिसऑर्डर्स और इनके कारण पर गौर करके उनमें सुधार किया जाता है साथ में दवाएं भी दी जाती हैं. जब आप अपनी इस समस्या को लेकर डॉक्टर के पास जाते हैं तो वे सबसे पहले आपके लक्षणों और अन्य बीमारियों से संबंधित जानकारी जुटाते हैं. हो सकता है कुछ मेडिकल एग्जामिनेशन भी करें. इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया की जांच से जुड़ी ये एक खास कंडीशन है कि लक्षण आपको तीन महीने या इससे अधिक समय से आ रहे होने चाहिए.


आप खुद अपना ध्यान कैसे रखें?


इडियोपैथिक हाइपरसोमनिया में आप अपने ऐंड्स से भी कई जरूरी काम करके इस समस्या के बारे में कंफर्म कर सकते हैं. जैसे, स्लीप डायरी मेंटेन करें. ऐसा करने से आपको अपने शेड्यूल का पता चलेगा और ये भी पता चलेगा कि दिन में नींद आने का पैटर्न क्या है. क्या हमेशा एक ही समय पर नींद आती है या फिर अलग-अलग समय पर. इस जानकारी के साथ जब आप डॉक्टर के पास जाएंगे तो उन्हें डायग्नॉसिस में आसानी रहेगी और आपको जल्दी सही इलाज मिल सकेगा.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


 


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