गुर्दे की पथरी या रीनल कैलकुली एक आम स्वास्थ्य समस्या है. जो समय रहते ठीक न होने पर गंभीर परेशानी का कारण बन सकती है. पीला पेशाब, जलन पथरी के कारण हो सकते हैं. जब पथरी बनती है तो गुर्दे के अंदर ये छोटे-छोटे कठोर मिनरल्स जमा होने लगते हैं. सर्दियों के दौरान गुर्दे की पथरी के मामले बढ़ जाते हैं? सर्दियों में गुर्दे की पथरी के बढ़ने के कारणों को समझने के लिए हमने काफी रिसर्च पेपर देखें. ताकि सच आपके सामने तक पहुंचाया जा सके. गुर्दे में पथरी के लक्षण गंभीर दर्द, मतली और उल्टी का कारण बन सकती है. अगर समय पर इलाज न किया जाए तो वे गुर्दे के फंक्शन तक को प्रभावित कर सकता है. 


सर्दियों में इस कारण होने लगती है किडनी में स्टोन


सर्दी अपने साथ कई लाइफस्टाइल और शारीरिक बदलाव लेकर आती है जो किडनी स्टोन का कारण बनती है. ठंड के महीनों में लोग कम फिजिकली एक्टिव होते हैं. जिससे पाचन और मल त्याग धीमा हो सकता है. जिससे किडनी स्टोन बनने का जोखिम बढ़ जाता है. कम पानी पीने के कारण और फिजिकल एक्टिव कम होने के कारण टॉयलेट करने के पैटर्न में भी दिक्कत होती है. जो किडनी में स्टोन बनने का कारण बनते हैं. 


डिहाइड्रेशन: एनवायरनमेंटल हेल्थ एंड प्रिवेंटिव मेडिसिन के जर्नल में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक सर्दियों में डिहाइड्रेशन अधिक होता है क्योंकि लोग कम पानी पीते हैं. अक्सर अपने शरीर की हाइड्रेशन आवश्यकताओं को कम आंकते हैं. इससे टॉयलेट गाढ़ा हो जाता है. जिससे किडनी स्टोन बनने के लिए आदर्श वातावरण बन जाता है.


डाइट के कारण भी हो सकती है किडनी स्टोन: कुछ फूड आइटम्स जैसे नट्स और नट्स उत्पाद, मूंगफली, पालक, रेड मीट, चिकन, पनीर और दूसरे डेयरी प्रोडक्ट अधिक खाने से सर्दियों के दौरान स्टोन बनने के जोखिम को बढ़ा सकता है. इन फूड आइटम में ऑक्सालेट और प्रोटीन अधिक होते हैं. जो स्टोन बनने में मदद करते हैं. 


किडनी की पथरी के लक्षण


टॉयलेट की मात्रा में कमी: बार-बार टॉयलेट आना और पेशाब की मात्रा में कमी आना किडनी स्टोन की कमी होने लगती है. 


पीठ या पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द: अगर आपके इन हिस्सों में अचानक से दर्द शुरू होता है और यह दर्द कभी तेज और कभी कम हो सकता है.


ब्लड में खून आना: किडनी स्टोन के कारण ब्लड में खून आना भी आम बात है. 


यूरिन ट्रैक्ट में जलन और इंफेक्शन: पेशाब करते समय जलन या दर्द हो रहा है तो किडनी स्टोन और इंफेक्शन हो सकता है. 


किडनी में पथरी के कारण


शरीर में मिनरल्स की कमी


जब टॉयलेट में कैल्शियम, ऑक्सालेट, यूरिक एसिड जैसे मिनरल्स बनना शुरू हो जाते हैं तो यह पथरी का कारण बन सकता है. ज्यादा कैल्शियम और ऑक्सालेट पथरी बनाती है. 


शरीर में पानी की कमी: हर रोज 8-10 गिलास पानी पीना जरूर पीना चाहिए. यह पेशाब को पता रखता है और किडनी में स्टोन बनने से रोकता है. अगर शरीर में पानी की कमी होने लगे, टॉयलेट गाढा हो जाए तो मिनरल्स जमकर पथरी बना लेते हैं. 


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ज्यादा नमक, प्रोटीन, शुगर ज्यादा खाने के कारण किडनी में पथरी हो सकती है


मोटापा, डायबिटीज, के कारण किडनी में इंफेक्शन और पथरी की समस्या हो सकती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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