कोरोना का डर अभी हम लोगों के दिलो-दिमाग से उतरा भी नहीं था कि अब एक नया वेरिएंट आ गया.कोरोना महामारी ने हम सभी को बुरी तरह प्रभावित किया था लाखों लोगों की जानें गईं.अर्थव्यवस्था ठप्प हो गई. लोग घरों में कैद हो गए. डर और दहशत का चारों तरफ माहौल था.जब स्थिति सामान्य हो गई थी कि फिर से केरल में कोरोना का एक नया वेरिएंट मिला है. इससे लोगों में फिर से परेशानी बढ़ गई है. इस नए वेरिएंट को JN.1 कहा जा रहा है. इसके मामले पूरे देश में तेजी से फैल रहे हैं. कई लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और कुछ की मौत भी हो गई. ऐसे में आइए जानते हैं किन लक्षणों की वजह से लोगों की मौत हो रही है..
जानें आज कितने लोग मरे
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार 27 दिसंबर को देश में 529 नए कोरोना के मामले सामने आए हैं।.इससे कुल सक्रिय मामले 4073 हो गए हैं.तीन लोगों की मृत्यु भी हो चुकी है, जिनमें से 2 कर्नाटक के और 1 गुजरात का है. ये चिंताजनक स्थिति है क्योंकि पिछले कुछ दिनों से मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है.ऐसे में हम सभी को सतर्क रहने और सावधानियां बरतने की जरूरत है.
जानें क्या है सामान्य लक्षण
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट JN.1 से संक्रमित लोगों में कुछ सामान्य लक्षण दिखाई दे रहे हैं. इन लक्षणों में खांसी, बुखार, सर्दी-जुकाम, गले में खराश और शरीर में दर्द प्रमुख हैं. कुछ लोगों को थोड़ी सी सांस लेने में तकलीफ भी हो रही है. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि फिलहाल इस नए वेरिएंट की वजह से गंभीर बीमारी होने या मौत का खतरा नहीं है.फिर भी हम सबको सावधानी बरतना जरूरी है - मास्क पहनकर रहना, भीड़भाड़ से बचना और हाथ अच्छी तरह धोते रहना.
जानें किन वजहों से लोगों की हो रही है मौत
कोरोना वायरस का नया वेरिएंट JN.1 अभी चिंता का विषय नहीं है. डॉक्टरों का कहना है, जिन लोगों की मौत हुई है उनको पहले से कोई अन्य बीमारी जैसे - दिल की बीमारी, कैंसर, किडनी की बीमारी आदि थी. यानी वो पहले से ही ज्यादा कमजोर थे. केरल में 79 वर्षीय महिला की मौत नए वेरिंएट से पहली मौत हुई थी उस महिला को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) के हल्के लक्षण के साथ-साथ कोविड-19 था. वहीं मंगलवार को 4 लोगों की मौत हुई थी इनमें से तीन लोग 65 साल से अधिक आयु के थे. सिर्फ एक व्यक्ति की उम्र 65 साल से कम थी.इन सभी को किसी न किसी प्रकार की पहले से बीमारी थी. किसी को कैंसर था, किसी की किडनी खराब थी, कोई डाइबिटीज का मरीज था आदि. यानि जिन लोगों की मौत हुई, वे पहले से ही बहुत कमजोर थे. इसलिए उन्हें वायरस का संक्रमण गंभीर रूप से प्रभावित कर सका.